Digital India Essay in Hindi – डिजिटल इंडिया पर निबंध।

जैसा की हम सभी जानते है कि आज से 10 साल पहले के मुकाबले, आज का भारत कितना विकसित हो चुका है। आज पैसे भेजने

Editorial Team

जैसा की हम सभी जानते है कि आज से 10 साल पहले के मुकाबले, आज का भारत कितना विकसित हो चुका है। आज पैसे भेजने से सामान खरीदने तक, सब कुछ घर बैठे मिनटों में हो जाता है। शहर से लेकर गांव तक, हर कुछ विकसित हो रहा है। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत को एक विकसित देश बनाने का प्रण लिया है, और ये उसी की तरफ बढ़ाया गया एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान को हम डिजिटल इंडिया के नाम से जानते है। हमारा आज का विषय भी यही है – डिजिटल इंडिया (Digital India)

तो दोस्तों, अगर आप डिजिटल इंडिया का अर्थ, डिजिटल इंडिया के लाभ, या डिजिटल इंडिया के उद्देश्य के बारे में जानकारी पाना चाहते है, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए है। हम आपको इन सभी विषयों की पूरी जानकारी देंगे और साथ ही डिजिटल इंडिया पोर्टल और डिजिटल इंडिया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बारे में भी बताएँगे। तो अगर आप डिजिटल इंडिया के बारे में और अधिक जानना चाहते है, तो हमारे इस लेख तो अंत तक ज़रूर पढ़िए।

डिजिटल इंडिया का अर्थ।

(Digital India Kya Hota Hai?)

डिजिटल इंडिया भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है, जिसे विशेष रूप से देश के नागरिकों को डिजिटल मंच पर, सरकारी सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया गया है।
इस अभियान में विशेष रूप से जड़ों से सुधार करके और देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सशक्त बनाके, देश को समृद्ध बनाने की कोशिश की जा रही है। भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए, ये एक बहुत ही ज़रूरी कदम है जो हमें सफलता की ओर ले जायेगा।
डिजिटल इंडिया कब शुरू हुआ और इससे जुड़ी और भी जानकारियों के लिए, हमारे अगले निबंधों को ज़रूर पढ़े।

डिजिटल इंडिया की शुरुआत कब हुई?

(Digital India Ki Shuruaat Kab Hui?)

डिजिटल इंडिया अभियान की शुरुआत 1 जुलाई, 2015 में, नई दिल्ली के इंदिरा गाँधी स्टेडियम में हुई थी। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने मुकेश अम्बानी, अजीम प्रेमजी, साइरस मिस्त्री जैसे जाने माने उद्योपतियों की उपस्थति में इसका उद्घाटन किया था।
ग्रामीण क्षेत्रों को इंटरनेट से जोड़ने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने के लिए इसका शुभारम्भ हुआ।
बहुत से लोग ऐसे थे जिनके पास सरकारी सुविधाओं की कोई जानकारी नहीं थी, जिस कारण वे उसका लाभ नहीं ले पाते थे। पर डिजिटल इंडिया ने उन्हें एक नयी रौशनी दी, उनके अधिकारों से उन्हें रूबरू कराया, वो भी बहुत ही आसानी से।
डिजिटल इंडिया ने कई क्षेत्रों में अपनी पकड़ को मज़बूत किया है और आगे भी इसी राह पर अग्रसर है।

डिजिटल इंडिया पोर्टल, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, पेमेंट।

(Digital India Portal, Registration, Payment)

डिजिटल इंडिया पोर्टल एक ऐसी वेबसाइट है जो इस उद्देश्य से बनाई गई है कि खुदरा विक्रेताओं को ये अवसर मिल सके कि वे विभिन्न वेब सेवाओं का उपयोग करें और अपने ग्राहकों को कम निवेश लागत पर सेवा प्रधान कर सके।
डिजिटल इंडिया के अंतर्गत कई अलग-अलग क्षेत्र है, जिसका हम लाभ उठा सकते है। इसके लिए हमें पहले सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पंजीकरण प्राप्त करना होगा, तभी हम आगे इसका उपयोग कर सकेंगे। ये मान्यता प्राप्त करने के लिए आपको कहीं बाहर या किसी कार्यालय जाने की ज़रूरत नहीं है। आप ये सभी काम ऑनलाइन ही कर सकते है।
डिजिटल इंडिया पोर्टल पर रजिस्टर करने के लिए:
  • सबसे पहले इसके ऑफिसियल वेबसाइट http://www.digitalindiaportal.co.in पर जाए।
  • वहां आपको कई ऑप्शंस दिखेंगे जिसमे से आपको ‘FRANCHISE REGISTRATION’ पर जाना है और यहाँ जाकर खुद को रजिस्टर करना है।
  • अब जो पृष्ट आपके सामने खुलेगा उसमे आप मांगी गई अपनी सभी निजी जानकारियां देंगें।
  • उसके बाद आप अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, अपनी एक तस्वीर और अपना हस्ताक्षर अपलोड करेंगे।
  • उसके बाद SUBMIT पर दबा कर उसे जमा कर देंगे।
  • आपके जमा करने के 24-48 घंटो के अंदर आपके दिए गये Email ID पर आपको आपका ID Password भेज दिया जायेगा। इस ID Password को देकर आप डिजिटल इंडिया पोर्टल को इस्तेमाल करना शुरू कर सकते है।
अगर आपको इस प्रक्रिया को करने में किसी तरह की परेशानी होती है, तो आप SUBMIT बटन के निचे दिए गए नम्बरों पर फ़ोन कर सकते है, या उनके ऑफिशल Email ID ‘helpdigitalindiaportal@gmail.com’ पर मेल भी कर सकते है।
डिजिटल इंडिया अभियान डिजिटल सशकता पर विशेष ज़ोर देता है। इसी का एक हिस्सा डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) भी है। ऐसे कई डिजिटल पेमेंट के तरीके है, जो हमें घर बैठे पैसों का लेन-देन करने में सहायता करता है। जैसे- Internet Banking, Credit/Debit Card, UPI Services, इत्यादि। यह हमे इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से पेमेंट करने की सुविधा देता है।
डिजिटल इंडिया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और डिजिटल इंडिया पेमेंट, डिजिटल इंडिया पोर्टल का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है।

डिजिटल इंडिया पर निबंध, 200 शब्द।

(Digital India Essay In Hindi, 200 Words)

डिजिटल इंडिया विकसित भारत की ओर बढ़ाया गया, एक महत्वपूर्ण कदम है जिसने कई क्षेत्रों में अपने महत्व को साबित किया है।
2015 में शुरू हुआ ये अभियान, हर छोटे-बड़े ग्राम और शहर के, हर छोटे-बड़े नागरिक तक, डिजिटल सुविधाएँ पहुंचाने की एक सक्रिय कोशिश है। डिजिटल इंडिया का लक्ष्य है – इलेक्ट्रॉनिक सेवा, विनिर्माण और नौकरी के अवसरों के क्षेत्रों में बढ़ोत्तरी करना और भारत को विकास की ओर आगे बढ़ाना।
डिजिटल इंडिया एक ऐसी परियोजना है, जिसमें हम घर बैठे अपने सरकारी कामों को कर सकते है। सिर्फ सरकारी ही क्यों, आज हम लगभग सभी कार्य घर बैठे मिनटों में कर सकते है, बिना सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए।
पिछड़े ग्राम के लोग उतने शिक्षित नहीं होते, ना ही उन्हें इन विषयों की अधिक जानकारी होती है। कई बार सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली उन्हें समझ नहीं आती और उनकी मदद करने वाला भी कोई नहीं होता है। ये लोग अक्सर शहरों से दूर ग्रामों में रहते है और बार-बार उनके लिए दफ्तरों के चक्कर लगाना मुमकिन नहीं होता।
इनकी इन्ही मुश्किलों को कम करने के लिए डिजिटल इंडिया की शुरुआत की गयी, जिससे वे घर बैठे, कम से कम वक़्त में अपने काम को कर सकें।
डिजिटल इंडिया के लागु होने से, देश की आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्र में भी काफी वृद्धि हुई है। देश कई मंचों पर खुद को खड़ा कर सका है। डिजिटलीकरण ने कई बेरोज़गारो को रोज़ी-रोटी कमाने का मौका दिया और साथ ही कई सामानों की उच्च-लागत को कम करने के लिए काम किया।
डिजिटल इंडिया को शुरू करने के और भी कई कारण है, जो हम नागरिकों के लाभ और सुविधा के लिए लागु किये गए है। इन्ही उद्देश्यों और लाभों के बारे में जानने के लिए अगले निबंधों को ज़रूर पढ़े।

डिजिटल इंडिया पर एस्से

(Digital India Essay)

1 जुलाई, 2015 से लागु हुआ ये अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान, जिसे हम ‘डिजिटल इंडिया’ (Digital India) के नाम से जानते है, देश को डिजिटल रूप से समृद्ध करने और देश के नागरिको तक सरकारी सेवाओं और सुविधाओं को पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इसका उद्घाटन करते हुए सभी नागरिको को ये आश्वासन दिया था कि हर नागरिक को अब सभी तरह की सरकारी सेवाएँ बहुत ही आसानी से उपलब्ध होंगी।
डिजिटल इंडिया के कार्य में आने से भारत में कई प्रोद्योगिक क्षेत्रों में वृद्धि हुई है। हम नागरिको के कार्यों को, डिजिटल इंडिया ने बहुत सहज बना दिया है। हम घर बैठे बैंक के काम कर सकते है, कार्यालयों के काम कर सकते है, और बाजार गए बगैर ही सामान भी खरीद सकते है।
डिजिटल इंडिया द्वारा किये गए पहल से मिल रही सुविधाएं कुछ इस प्रकार है: डिजिटल लॉकर, ई-स्वास्थ्य, ई-शिक्षा, ई-शॉपिंग, राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल, और भारत नेट। इसके साथ ही सरकार ने बोटनेट सफाई केंद्र को शुरू करने की भी योजना बनाई है।
डिजिटल इंडिया देश को सशक्त बनाने के लिए जिस राह पर चला है, वह तरक्की की और जा रहा है और आगे भी इसी तरह से, यह अभियान हमारे देश को हर रूप में समृद्ध करता जायेगा।

डिजिटल इंडिया पर छोटा निबंध, 100 शब्द।

(Digital India Essay In Hindi, 100 Words)

डिजिटल इंडिया अभियान की शुरुआत १ जुलाई २०१५ में हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य था देश के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप से एक बेहतर ढांचा तैयार करना और देश के हर नागरिक तक इंटरनेट की सुविधा पहुँचाकर, देश को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना।
इस अभियान के शुरू होने से लेकर अबतक, कितने ही लोगों को मोबाइल फ़ोन और इंटरनेट की सुविधाएं दी गई है और साथ ही, यह भी देखा गया है कि देश की 35% आबादी इंटरनेट का इस्तेमाल कर रही है, जो इस अभियान की सफलता को सिद्ध करने के लिए काफी है।
हर ग्राम, हर शहर तक ये परियोजना पहुंच रही है, इसका ध्यान सरकार ने रखा है। डिजिटल इंडिया ने देश के नागरिको को घर बैठे अपने महत्वपूर्ण काम, जैसे – पैसे जमा करना, पैसे भेजना, फॉर्म भरना, सामान खरीदना, पढ़ाई के कई नवीन तरीके, आदि, करने की सुविधा उपलब्ध कराई है।
हमारे इस डिजिटल इंडिया पर छोटा निबंध, १०० शब्द में, हमने कई ज़रूरी बातें बताई है, जो हमें डिजिटल इंडिया के बारे में जानने में मदद करेगा।

डिजिटल इंडिया के उद्देश्य।

(Digital India Ke Uddeshya)

डिजिटल इंडिया अभियान भारत सरकार द्वारा संचालित की गयी एक ऐसी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य है – घर-घर तक सरकारी सुविधाओं को पहुँचाना, वो भी डिजिटलीकरण के माध्यम से।
डिजिटल इंडिया विशेषतः तीन क्षेत्रों में केंद्रित है –
  • पहला है, देश के प्रत्येक नागरिक को डिजिटल ढांचा प्रदान करना।
  • दूसरा है, प्रत्येक नागरिक के डिजिटल सशक्तिकरण का ध्यान रखना।
  • तीसरा है, नागरिको को उनकी मांग के अनुसार शासन और सेवा प्रदान करना।
इनके अलावा भी डिजिटल इंडिया के कई उद्देश्य है, जिनमे से कुछ मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है:
  • हमारे देश को हर क्षेत्र में उन्नत बनाने की कोशिश।
  • हर ग्राम में हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा।
  • प्रत्येक घर में मोबाइल फ़ोन की सुविधा।
  • हमारे देश में मालों के आयत को शून्य करना और आयातित सामानों पर कम से कम लागत।
  • नागरिकों को सेवाओं के कुशल और आसान वितरण की सुविधा।
  • नागरिको को अधिक से अधिक नौकरी प्रदान करना।
  • प्रौद्योगिकी के माध्यम से, एक नए और विकसित सरकार को तैयार करना।
इस तरह हमें मालूम होता है कि डिजिटल इंडिया के कई पहलू है, जिनमे से सब का मुख्य लक्ष्य बस एक ही है – सरकार के संयुक्त प्रयासों से, भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार लाना और भारत के नागरिकों को सुशासन प्रदान करना।

डिजिटल इंडिया के लाभ और हानि।

(Digital India Ke Labh Aur Haani / Advantages And Disadvantages Of Digital India)

जैसा की हम सब जानते है कि हर सिक्के के दो पहलू होते है। उसी तरह, हर बात के दो पक्ष होते है – एक सकारात्मक और एक नकारात्मक।
जब भी कोई नई चीज़ या नई योजना शुरू होती है, तो उसके सकारात्मक और नकारात्मक पक्षों पर काफी विवाद होता है। इसी तरह, डिजिटल इंडिया के भी दो पक्ष है। जहाँ इसके अनेकों फायदे है, वहीं इसके कुछ नुक्सान भी है।
डिजिटल इंडिया के लाभ और डिजिटल इंडिया के हानियों को हम निम्नलिखित बिंदुओं से जान सकते है –
डिजिटल इंडिया के लाभ:
  • आज का युग डिजिटलीकरण का युग है। आज सब कुछ विभिन्न प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक्स के माध्यम से ही हो जाता है। अब मिनटों में हम फॉर्म जमा कर सकते है, पैसे जमा कर सकते है, पैसो का आदान-प्रदान कर सकते है, घर बैठे अपने सभी सरकारी कामों को कर सकते है, और भी बहुत कुछ। ये सब डिजिटल इंडिया द्वारा ही संभव हो पाया है।
  • डिजिटलीकरण ने हमें रोजगार के कई अवसर प्रदान किए है। तकनीकी काम करने वाले कितने ही लोगों को अपनी रोजी-रोटी कमाने का मौका मिला। साथ ही, आज ऑनलाइन कारोबार का ज़माना है। बड़े कारोबारों से लेकर छोटे कारोबारों तक, डिजिटल इंडिया ने सभी क्षेत्रों की वृद्धि में अपनी भूमिका निभाई है।
  • ऑनलाइन पैसो के आदान प्रदान के कारण सभी लेन-देन पर नज़र रखी जा सकती है, जिसके कारण कोई भी गैर-कानूनी लेन-देन संभव नहीं है। इससे काली अर्थव्यवस्था आसानी से मिटायी जा सकती है।
  • क्योंकि पैसों का सभी आदान-प्रदान ऑनलाइन होता है, तो कोई भी दुकानदार सरकार को टैक्स देने से बच नहीं सकता है। इस तरह सरकार के आय में वृद्धि होती है, जिसके परिणामस्वरूप, देश के अर्थव्यवस्था में वृद्धि होती है।
डिजिटल इंडिया की हानि / हानियाँ:
  • डिजिटल इंडिया ने सब कुछ डिजिटल तो कर दिया, पर एक बात को नज़रअंदाज़ किया कि आज भी बहुत लोग है, जो मोबाइल या इंटरनेट के बारे में, या उसे इस्तेमाल करने के बारे में नहीं जानते। उनके लिए ये मुश्किल हो सकता है। भारत आज भी डिजिटली असक्षम है।
  • डिजिटल इंडिया का सदुपयोग करने के लिए सबसे ज़रूरी है, मोबाइल का उपयोग करना। लेकिन बहुतों के पास तो मोबाइल ही नहीं होता है। यहाँ पर डिजिटल इंडिया थोड़ा सा पीछे रह जाता है।
  • डिजिटलीकरण ने हम मनुष्यों को मशीनों पर निर्भर कर दिया है। हम किसी अपने से बात करने के लिए भी किसी मशीन का ही प्रयोग करते है। डिजिटलीकरण ने हमें एक दूसरे से सामाजिक रूप से दूर किया है।
  • इंटरनेट के इस्तेमाल ने साइबर क्राइम को बहुत बढ़ावा दिया है। भारत में इसके प्रति कोई विशेष सावधानी नहीं बरती जाती है, जिस कारण साइबर क्राइम का खतरा बढ़ जाता है।
  • डिजिटल इंडिया की सफलता के लिए इंटरनेट का प्रयोग करना ज़रूरी होता है। पर इसकी उच्च कीमत और धीमी गति की वजह से, ये सभी के लिए प्रयोग करना मुश्किल हो जाता है, विशेषकर गरीब लोगों के लिए।
ये थी डिजिटल इंडिया से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें, जो हमें उसके लाभ और हानि दोनों के बारे में बताती है।

डिजिटल इंडिया पर हिंदी स्लोगन।

(Digital India Slogans In Hindi)

डिजिटल इंडिया का उद्देश्य, डिजिटल हो पूरा देश।

इन्टरनेट की पहुँच होगी सार्वजनिक, सेवाओं में सरलता करेगी जन-हित।

देश को डिजीटल बनाऐंगे, जन-जन तक इसकी सुविधा पहुँचाऐंगे।

कागजों का उपयोग कम होगा, अब तो हाई स्पीड इंटरनेट का दम होगा।

इन्टरनेट की वजह से हुई है सबको आसानी, डिजीटल इंडिया ने घर बैठे दुर की सबकी परेशानी।

सरकार का यह उपक्रम, बनाए सेवाओं को सुगम।

इंटरनेट से जुड़ रहे हैं, विकसित भारत के सपने बुन रहे हैं।

जुड़ेंगे शहर गाँव के संग, सुचना पाना होगा सुगम।

कागज और समय की होगी बचत, डीजिटल इंडिया ने की है सबकी मदद।

डिजिटल इंडिया का विस्तार, रोज़गार अवसर लाएगा अपार।

डिजिटल इंडिया अभियान अभी तक काफ़ी सफल रहा है और आगे भी ये अपनी जड़े मज़बूत करता जा रहा है। 31 दिसंबर 2018 तक, भारत में 130 करोड़ लोगों की आबादी, 121 करोड़ मोबाइल फोन, 123 करोड़ डिजिटल आधार कार्ड, 44.6 करोड़ स्मार्टफोन थे। ई-कॉमर्स में 51 प्रतिशत की वृद्धि हुई और साथ ही, दिसंबर 2017 के 481 मिलियन उपयोगकर्ताओं से बढ़कर, इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 560 मिलियन हो गयी थी, जो देश की कुल आबादी का 35% है।
उम्मीद है इस अभियान के उद्देश्य, सभी भारतवासियों के लिए फायदेमंद साबित होंगे और डिजिटल इंडिया से हमारा देश, एक विकसित देश में परिवर्तित हो सकेगा।
तो दोस्तों, हमारे इस लेख को पढ़ के आपको डिजिटल इंडिया और उससे जुड़ी कई बातों का पता चला होगा। अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों के साथ Share ज़रूर करें और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सवाल है, तो उसे Comment में ज़रूर लिखे।

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