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गलत खान-पान या संक्रमित पानी से Typhoid होने जैसी समस्या हो जाती है। टाइफाइड को मोतीझरा भी कहा जाता है। खाने-पीने की ऐसी चीजों से परहेज करना चाहिए जिससे Typhoid Ka खतरा बढ़ता हो। दोस्तों आइये अब जानते है Typhoid Se Bachne Ke Upay क्या है ताकि आप इस भयानक बीमारी से दूर रह सके।
Typhoid Kya Hai
Typhoid एक तरह का बुखार होता है जो शरीर में इन्फेक्शन फैलने की वजह से होता है। Typhoid Fever होने पर शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। Typhoid Ka Ilaj समय पर ना करवाया जाये तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। विश्व में प्रत्येक वर्ष 21 मिलियन व्यक्ति टाइफाइड से ग्रसित होते है तथा Typhoid की वजह से 220,000 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाती है। शुरुआत में बुखार हल्का होता है इसलिए टाइफाइड के लक्षण पहचानने में थोड़ा समय लग जाता है। यह बीमारी साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया के फैलने से होती है।
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Typhoid Fever Symptoms
जब बैक्टीरिया शरीर के अंदर पहुँचते है तो 5 से 20 दिन बाद Typhoid Ke Lakshan नजर आते है इन्हें पहचानना बहुत मुश्किल होता है। इसके लिए आपको आगे हम टाइफाइड के लक्षण बताएँगे जिससे आप पहचान पाएँगे की व्यक्ति को Typhoid हुआ है या नहीं।
- सिर में दर्द – मरीज को बुखार रहने के साथ ही सिर में तेज दर्द होता है और यह दर्द लगातार बना रहता है।
- बुखार – शरीर में बैक्टीरिया जाने से ठंड लगकर बुखार आता है और यह बुखार तेज होता जाता है और बढ़ता जाता है।
- थकान महसूस होना – पूरे शरीर में थकान लगने लगती है शरीर थका हुआ महसूस करता है।
- मन घबराना – किसी भी काम में मन नहीं लगता है और जी घबराने लगता है।
- भूख ना लगना – भूख की कमी हो जाती है तथा टाइफाइड से कमज़ोरी सी महसूस होने लगती है।
- शरीर में दर्द – पूरा शरीर दर्द करने लगता है। Typhoid Se Prabhavit Ang में बहुत ज्यादा दर्द होते है।
Typhoid Ke Karan
Typhoid Fever एक ऐसी बीमारी है जो बड़ों के साथ बच्चों को भी अपना शिकार बना लेती है। ऐसे बहुत से कारण है जिनकी वजह से Typhoid होता है। आइये जानते है Typhoid Kyun Hota Hai इसके क्या कारण है।
- दूषित पानी पीने से Typhoid की बीमारी होती है। यदि नदी या पानी का कोई ऐसा स्रोत जहाँ गंदगी अधिक मात्रा में होती है तो पानी में साल्मोनेला बैक्टीरिया फ़ैल जाते है जो Typhoid होने का कारण बनता है।
- यदि हम ज्यादा दिनों का रखा हुआ भोजन कर लेते है तो भी इससे साल्मोनेला बैक्टीरिया शरीर में फैल जाते है।
- अगर सामान्य सर्दी-जुकाम या बुखार है और इसकी सही देखभाल ना की जाये तो यह बैक्टीरिया शरीर में बढ़ने लगता है।
Typhoid Se Nuksan
यदि आपको Typhoid हो जाता है तो इससे कई तरह के नुकसान भी हो सकते है। आइये जानते है टाइफाइड से नुकसान क्या होते है।
- Typhoid Fever की वजह से मरीज़ के पेट में बहुत तेज दर्द होने लगता है।
- मरीज़ की आँतों से खून भी बहने लगता है।
- Typhoid Fever होने से मरीज़ बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है। मरीज़ के शरीर में टाइफाइड कमजोरी फैला देता है।
- Typhoid के मरीज को भूख लगना भी बंद हो जाती है।
- Typhoid Fever हो जाने से कई तरह की बीमारियाँ हो जाती है। Typhoid Se Hone Wali Bimari में मस्तिष्क ज्वर, न्युमोनिया, गुर्दे में संक्रमण हो जाता है।
Typhoid Se Bachne Ke Gharelu Upay
Typhoid से बचने के लिए टाइफाइड के घरेलू उपचार भी किये जा सकते है। टाइफाइड के उपचार का यह एक देसी तरीका होता है। आइये जानते है घरेलू उपचार की मदद से टाइफाइड से कैसे छुटकारा पाए।
- पुदीना और अदरक का काढ़ा मरीज़ को पिलाने से Typhoid Fever ठीक किया जा सकता है। मरीज़ को यह काढ़ा पिलाने के बाद हवा में ना जाने दे।
- सेब का सिरका – Typhoid Fever को दूर करने के लिए यह सबसे अच्छा तरीका है। मरीज़ के शरीर में इससे पानी की कमी भी पूरी होती है।
- मुनक्का भी Typhoid Fever सही करने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। यह Typhoid को कम करने के लिए बहुत ही लाभदायक है।
- ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी और जूस का सेवन करे।
- लहसुन की कली को घी में सेंककर उस पर सेंधा नमक लगाकर खाने से भी Typhoid को दूर किया जा सकता है।
Typhoid Fever Treatment
टाइफाइड का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक्स दवाओं का प्रयोग किया जाता है। 15 दिन तक Typhoid Bukhar Ki Dawa लेना होती है। साथ ही परहेज रखने पर भी ध्यान देना होता है। Typhoid Treatment में एंटीबायोटिक्स दवाएँ और इंजेक्शन से Typhoid Fever को ठीक किया जा सकता है।
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Typhoid Me Kya Nahi Khana Hai
यदि आपको Typhoid हो गया है तो खाने-पीने का भी ध्यान रखना चाहिए। Typhoid Diet ऐसी होना चाहिए जो आपको नुकसान ना पहुंचाए।
- मिर्च मसाले का सेवन बिलकुल ही बंद कर दीजिये नहीं तो टाइफाइड की दवा का शरीर पर कुछ भी असर नहीं होगा।
- जिन पदार्थों से गैस बनती है ऐसे पदार्थों का सेवन बिलकुल भी ना करे।
- तले हुए भोजन से भी दूरी बनाकर रखे जिसमें तेल और घी की मात्रा अधिक होती है।
Conclusion
यदि आपको या आपके परिवार में किसी सदस्य को Typhoid Fever हो गया है तो सबसे पहले आपको चिकित्सक से परामर्श लेना बहुत ज़रुरी है। इस पोस्ट में आपको हमने जो Typhoid Se Bachne Ka Tarika बताया है वह Typhoid Fever को कम करने में आपके बहुत काम आएगी। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर भी शेयर करे जिससे आपके दोस्तों को भी टाइफाइड से बचने के उपाय पता चल सके और वह भी टाइफाइड से होने वाले नुकसान से बच सके।
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नोट:- हमारे इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी से हम यह दावा नहीं करते है की यह पूर्णतः सटीक है इसलिए इन उपायों को अपनाने से पहले संबंधित चिकित्सक से एक बार सलाह जरूर ले।
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