Vakya Kise Kahate Hain – वाक्य की परिभाषा, भेद और उदाहरण।

दो या दो से अधिक शब्दों का सार्थक समूह जिसका अंत में कोई अर्थ निकले उसे वाक्य कहते है। Vakya एक इकलौता ऐसा माध्यम है

Editorial Team

Vakya Kise Kahate Hain

दो या दो से अधिक शब्दों का सार्थक समूह जिसका अंत में कोई अर्थ निकले उसे वाक्य कहते है। Vakya एक इकलौता ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मनुष्य अपने भावों और विचारों को सरलता से प्रकट कर पाता है। बिना वाक्य के मनुष्य द्वारा अपने भावों और विचारों को प्रकट कर पाना असंभव है। इसी को देखते हुए आज हम आपके लिए हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण टॉपिक Vakya Kise Kahate Hain लेकर आये है।

इस लेख में हमने आपको वाक्य किसे कहते हैं, वाक्य के भेद और इसके साथ ही उनके उदाहरणों के बारे में सरलता से समझाया है। तो आइये शुरू करते है और सबसे पहले Vakya Ki Paribhasha क्या है इसके बारे में जानते है।

Vakya Kise Kahate Hain

वाक्य किसे कहते हैं

दो या दो से अधिक शब्दों का ऐसा व्यवस्थित समूह जिससे मनुष्य अपने भावों और विचारों का सरलता से आदान-प्रदान कर सके उसे वाक्य कहते है। वाक्य बनाते समय हमें एक विशेष बात का ध्यान रखना जरूरी होता है कि प्रत्येक वाक्य में पदों का क्रम संगत हो यानी कि वाक्य बनाते समय में कर्ता शुरू में हो और क्रिया अंत में हो।

उदाहरण – मोहन (कर्ता) किताब (क्रिया) पढ़ता है।

ऊपर दिए गए उदाहरण के तौर पर हम समझ सकते है कि “मोहन” कर्ता है, इसलिए इसे शुरू में लिया गया है और “किताब पढ़ता है” ये एक क्रिया है इसलिए इसे अंत में लिया गया है। यदि हम इस वाक्य में क्रिया का प्रयोग पहले और कर्ता का प्रयोग बाद में करते तो ये वाक्य कुछ इस प्रकार होता – “किताब पढ़ता है मोहन”

ये एक ऐसा वाक्य है जिसका कोई व्यवस्थित समूह नहीं है इसलिए ये सही वाक्य नहीं कहलाता।

Vakya ki paribhasha

कर्ता और क्रिया के आधार पर वाक्य के मुख्यतः 2 अंग होते है जो कि नीचे निम्लिखित है –

  • उद्देश्य
  • विधेय

1. उद्देश्य – ऐसे वाक्य जिसमें किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान के बारे में बताया जाता है उसे उद्देश्य कहते है।

उदाहरण –

  • बंदर पेड़ से गिर गया।
  • सीता खेल रही है।
  • ग़ज़ल पानी पी रही है।
  • बॉल पानी में गिर गई।

ऊपर दिए गए उदाहरण “बंदर पेड़ से गिर गया” इसमें बंदर के बारे में बताया जा रहा है इसलिए इस वाक्य में “बंदर” उद्देश्य है। ठीक इसी तरह बाकि के दिए गए वाक्यों में सीता, ग़ज़ल और बॉल के बारे में बात की जा रही है इसलिए ये तीनो उद्देश्य कहलायेंगे।

2. विधेय – ऐसे वाक्य जिसमें उद्देश्य के बारे में बताया गया हो उसे विधेय कहते है।

उदारहण –

  • बंदर पेड़ से गिर गया।
  • सीता खेल रही है।
  • ग़ज़ल पानी पी रही है।
  • बॉल पानी में गिर गई।

जैसे कि ऊपर दिए गए उदाहरण “बंदर पेड़ से गिर गया” में हम देख सकते है कि “बंदर” उद्देश्य है क्योंकि उसके बारे में बातचीत हो रही है तो वही दूसरी तरफ “पेड़ से गिर गया” ये विधेय है क्योंकि यहाँ हमे उद्देश्य यानि कि बंदर के बारे में जानकरी दी गई है।

ठीक इसी तरह बाकी के दिए गए अन्य वाक्यों में खेल रही है, पानी पी रही है और पानी में गिर गई ये सब विधेय है।

क्या आपने इसे पढ़ा: Samas in Hindi – समास की परिभाषा, समास के भेद और उदाहरण।

वाक्य के भेद (Vakya Ke Kitne Bhed Hote Hain)

Vakya Bhed : मुख्य रूप से वाक्यों को दो भागो में बाँटा गया है जो कि नीचे निम्नलिखित है-

  • रचना के आधार पर
  • अर्थ के आधार पर

1. रचना के आधार पर वाक्य भेद

रचना के आधार पर वाक्य (Rachna Ke Aadhar Par Vakya Bhed) 3 प्रकार के होते है:

  • सरल वाक्य
  • मिश्र वाक्य
  • संयुक्त वाक्य

1. सरल वाक्य

ऐसे वाक्य जिसमें एक ही उद्देश्य, विधेय और एक ही मुख्य क्रिया हो उसे सरल वाक्य (Saral Vakya) कहते है। सरल वाक्य को साधारण वाक्य के नाम से भी जाना जाता है।

सरल वाक्य के कुछ उदाहरण –

  • बिजली चमक रही है।
  • मीनू पढ़ रही है।
  • राम मोटरसाइकिल चला रहा है।
  • माँ खाना बना रही है।

तो चलिए अब नीचे दी गई तालिका की मदद से इन सारे उदाहरणों को समझने का प्रयास करते है।

सरल वाक्य उद्देश्य, विधेय और मुख्य क्रिया
1. बिजली चमक रही है। उद्देश्य – बिजली

विधेय – चमक रही है।

2. मीनू पढ़ रही है। उद्देश्य – मीनू

मुख्य क्रिया – पढ़ रही है।

3. राम मोटरसाइकिल चला रहा है। उद्देश्य – राम

विधेय = मोटरसाइकिल चला रहा है।

4. माँ खाना बना रही है। उद्देश्य – माँ

विधेय – खाना बना रही है।

ऊपर दिए गए सारे उदाहरण में एक ही उद्देश्य, विधेय और मुख्य क्रिया है इसलिए ये सारे सरल वाक्य है।

2. मिश्र वाक्य

जब एक सरल वाक्य (प्रधान वाक्य) और एक उपवाक्य (आश्रित उपवाक्य) को मिलाकर एक नए वाक्य का निर्माण किया जाये उसे मिश्र वाक्य (Mishra Vakya) कहा जाता है। आसान भाषा में समझे तो जब दो वाक्यों को जोड़कर एक वाक्य का निर्माण किया जाये उसे मिश्र वाक्य कहते है।

मिश्र वाक्य एक ऐसा वाक्य होते है जिसे जोड़ने के लिए संयोजक अव्यय का प्रयोग करना अनिवार्य होता है। जैसे कि जो, क्योंकि, जैसा, वैसा, जब, तब, वहाँ, जितना, उतना, अगर, कि, आपस में, जिधर, तो आदि।

मिश्र वाक्य के कुछ उदाहरण –

यदि तुम मेहनत करोगे, तो परीक्षा में पास जरूर हो जाओगे।
सफल वही होता है जो परिश्रम करता है।
अध्यापिका ने कहा कि कल छुट्टी है।
सीमा बाजार गई क्योंकि उसे कपड़े खरीदने थे।

नीचे दी गई तालिका की मदद से इन उदाहरणों को समझने की कोशिश करते है।

मिश्र वाक्य प्रधान वाक्य, आश्रित उपवाक्य और संयोजक अव्यय
1. यदि तुम मेहनत करोगे, तो परीक्षा में पास जरूर हो जाओगे। प्रधान वाक्य – यदि तुम मेहनत करोगे

संयोजक अव्यय – तो

आश्रित उपवाक्य –  परीक्षा में पास जरूर हो जाओगे।

2. सफल वही होता है जो परिश्रम करता है। प्रधान वाक्य – सफल वही होता है

संयोजक अव्यय – जो

आश्रित उपवाक्य – परिश्रम करता है।

3. अध्यापिका ने कहा कि कल छुट्टी है। प्रधान वाक्य – अध्यापिका ने कहा

संयोजक अव्यय – कि

आश्रित उपवाक्य – कल छुट्टी है।

4. सीमा बाजार गई क्योंकि उसे कपड़े खरीदने थे। प्रधान वाक्य – सीमा बाजार गई

संयोजक अव्यय – क्योंकि

आश्रित उपवाक्य – उसे कपड़े खरीदने थे।

ऊपर दिए गए सारे उदाहरणों में एक प्रधान वाक्य, आश्रित वाक्य और संयोजक अव्यय ये तीनो शामिल है इसलिए यह मिश्र वाक्य कहलाते है।

3. संयुक्त वाक्य

जब दो या दो से अधिक सरल वाक्यों के योग से एक नए वाक्य का निर्माण किया जाये उसे संयुक्त वाक्य (Sanyukt Vakya) कहा जाता है। संयुक्त वाक्य में जोड़े गए दो वाक्य मिश्र वाक्य की तरह एक दूसरे पर निर्भर नहीं होते।

संयुक्त वाक्य में एक वाक्य को दूसरे वाक्य से जोड़ने के लिए संयोजक का उपयोग करना जरूरी होता है। जैसे कि – और, एवं, अथवा, परन्तु, इसलिए, तथा, तो, नहीं, भी, किन्तु, फिर, या आदि।

संयुक्त वाक्य के कुछ उदाहरण –

  • बादल गरजे और वर्षा होने लगी।
  • वह अमीर है फिर भी सुखी नहीं है।
  • तुमने मुझे बचाया इसलिए मैंने तुम्हे माफ़ किया।
  • आप चाय पिएँगे या कॉफी।

आइये अब अब दिए गए उदाहरणों को समझते है-

संयुक्त वाक्य दो सरल वाक्य और संयोजक अव्यय
1. बादल गरजे और वर्षा होने लगी। दो सरल वाक्य – बादल गरजे, वर्षा होने लगी।

संयोजक अव्यय – और

2. वह अमीर है फिर भी सुखी नहीं है। दो सरल वाक्य – वह अमीर है, सुखी नहीं है।

संयोजक अव्यय – फिर भी

3. तुमने मुझे बचाया इसलिए मैंने तुम्हे माफ़ किया। दो सरल वाक्य – तुमने मुझे बचाया, मैंने तुम्हे माफ़ किया।

संयोजक अव्यय – इसलिए

4. आप चाय पिएँगे या कॉफी। दो सरल वाक्य – आप चाय पिएँगे, कॉफी

संयोजक अव्यय – या

ऊपर दिए गए उदाहरण में हम देख सकते है कि 2 सरल वाक्य और संयोजक अव्यय का प्रयोग करके दो वाक्यों को जोड़ा गया है इसलिए ये संयुक्त वाक्य कहलाते है।

तो यहाँ हमने रचना के आधार पर वाक्य भेद के बारे उदाहरण सहित जाना, तो चलिए आगे बढ़ते है और जानते है अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते है-

इसे भी जरूर पढ़े: Bhasha Kise Kahate Hain – भाषा की परिभाषा, रूप एवं भेद।

2. अर्थ के आधार पर वाक्य भेद (Arth Ke Aadhar Par Vakya Bhed)

अर्थ के आधार वाक्य 8 प्रकार के होते है जो कि नीचे निम्नलिखित है-

  1. विधानवाचक वाक्य
  2. निषेधवाचक वाक्य
  3. आज्ञावाचक वाक्य
  4. प्रश्नवाचक वाक्य
  5. विस्मयादिबोधक वाक्य
  6. इच्छावाचक वाक्य
  7. संदेहवाचक वाक्य
  8. संकेतवाचक वाक्य

1. विधानवाचक वाक्य / विधि वाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिससे किसी भी कार्य के होने का या फिर करने का पता चले उसे विधानवाचक वाक्य या विधि वाचक वाक्य कहते है। आसान भाषा में समझे तो ऐसे वाक्य जिससे हमें किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त हो उसे विधानवाचक वाक्य कहते है।

विधानवाचक वाक्य के कुछ उदाहरण –

  • सूर्य पूरब से निकलता है।
  • हरियाणा एक राज्य है।
  • भारत एक देश है।
  • मोहित ऑफिस जायेगा।

2. निषेधवाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिससे किसी भी कार्य के ना होने का बोध होता है उन्हें निषेधवाचक वाक्य कहा जाता है।

निषेधवाचक वाक्य के उदाहरण –

  • मैं कल दफ्तर नहीं जाऊँगा।
  • उसने कल अपना काम नहीं किया।
  • मीरा ने खाना नहीं खाया।
  • विवेक आज खेलने नहीं गया।

3. आज्ञावाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनमें किसी भी तरह की आज्ञा, आदेश, अनुमति और निवेदन का बोध हो, उसे आज्ञावाचक वाक्य कहते है।

  • कृपया शांत रहो।
  • इधर आकर बैठ जाऊँ।
  • सभी लोग अपना-अपना काम करो।
  • बच्चों शोर मत मचाओ।

4. प्रश्नवाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनमें किसी भी तरह का प्रश्न पूछा जाता है उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते है। प्रश्नवाचक वाक्यों की पहचान ये है कि इन वाक्यों के अंत में प्रश्नवाचक चिन्ह (?) का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्नवाचक वाक्य के कुछ उदाहरण – 

  • तुम कहाँ रहते हो?
  • तुम्हारा नाम क्या है?
  • पंजाब की राजधानी क्या है?
  • तुम क्या कर रहे हो?

5. विस्मयादिबोधक वाक्य

ऐसे शब्द जो किसी भी वाक्य में आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा, खुशी आदि के भाव प्रकट करने के लिए प्रयुक्त हो उन्हें विस्मयादिबोधक वाक्य कहते है। विस्मयादिबोधक वाक्य की पहचान ये है कि इनके अंत में विस्मयादिबोधक चिन्ह (!) का प्रयोग किया जाता है।

विस्मयादिबोधक वाक्य के कुछ उदाहरण –

  • हाय राम! अब मैं क्या करूँ?
  • बाप-रे-बाप! इतना बड़ा घर।
  • वाह-वाह! क्या बात कही है।
  • अरे! तुम कब आये।

4. इच्छावाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिसमें किसी इच्छा, आशीर्वाद या शुभकामना का भाव व्यक्त हो उसे इच्छावाचक वाक्य कहते है।

इच्छावाचक वाक्य के उदाहरण –

  • ईश्वर आपकी सारी इच्छा पूरी करें।
  • ईश्वर तुम्हे सद्बुद्धि दे।
  • आप की यात्रा मंगल हो।
  • दूधो नहाओ, पूतो फलो।

5. संदेहवाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनमें किसी भी कार्य के होने में संदेह या संभावना व्यक्त होती है, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते है।

संदेहवाचक वाक्य के उदाहरण –

  • शायद, मैं घर देर से लौटूँ।
  • अतिथि घर पहुँच चुके होंगे।
  • हो सकता है आज तूफ़ान आये।
  • शायद आज वर्षा होगी।

6. संकेतवाचक वाक्य

ऐसे वाक्य जिनमें एक क्रिया दूसरी क्रिया पर पूरी तरह से निर्भर होती है उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते है। संकेतवाचक वाक्य में दूसरी क्रिया के बिना वाक्य अधूरा कहलाता है।

संकेतवाचक वाक्य के कुछ उदाहरण –

  • अगर हम थोड़ा तेज़ चलते तो बस नहीं छूटती।
  • यदि तुम परीक्षा के लिए मेहनत करते तो आज सफल हो जाते।
  • अगर आज तुम जल्दी उठ जाते तो स्कूल के लिए लेट ना होते।
  • यदि तुम दूसरों का भला करोगे तो भगवान तुम्हारा भी भला करेंगे।

तो यहाँ हमने जाना Vakya Ke Prakar के बारे में विस्तार से, उम्मीद है अब आप ये अच्छी तरह जान गए होंगे।

एक नज़र इस पर भी: Shabd Kise Kahate Hain – शब्द की परिभाषा, उदाहरण और भेद।

MCQ

1. ऐसे वाक्य जिसमें एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय के बारे में बताया गया हो, उन्हें क्या कहते है?

A) मिश्र वाक्य B) सरल वाक्य
C) संयुक्त वाक्य D) जटिल वाक्य

उत्तर- B) सरल वाक्य

2. अरे! ये तुम क्या कर रहे हो? ये कौन-सा वाक्य है?

A) प्रश्नवाचक वाक्य B) विस्मयादिबोधक वाक्य
C) इच्छावाचक वाक्य D) संदेहवाचक वाक्य

उत्तर- B) विस्मयादिबोधक वाक्य

3. ऐसे वाक्य जिसमें उद्देश्य के बारे में बताया जाता है उन्हें क्या कहते है?

A) विधेय B) उद्देश्य
C) सरल वाक्य D) संयुक्त वाक्य

उत्तर- A) विधेय

4. तुम्हारा नाम क्या है? ये कौन-सा वाक्य है

A) संकेतवाचक वाक्य B) निषेधवाचक वाक्य
C) प्रश्नवाचक वाक्य D) आज्ञावाचक वाक्य

उत्तर- C) प्रश्नवाचक वाक्य

5. मैं आज उस लड़की से मिला जो कल रो रही थी, यह कौन-सा वाक्य है?

मिश्र वाक्य B) सरल वाक्य
C) संयुक्त वाक्य D) इनमे में कोई नहीं

उत्तर- A) मिश्र वाक्य

6. वर्षा रुकी और खेल शुरू हो गया? यह कौन-सा वाक्य है?

A) सरल वाक्य B) संयुक्त वाक्य
C) मिश्र वाक्य D) संकेतवाचक वाक्य

उत्तर- B) संयुक्त वाक्य

7. साहिल घर आते ही फुटबॉल खेलने चला गया, यह कौन-सा वाक्य है?

A) सरल वाक्य B) संयुक्त वाक्य
C) मिश्र वाक्य D) इनमें से कोई नहीं

उत्तर- A) सरल वाक्य

8. वह आलसी है और कमजोर भी, यह कौन-सा वाक्य है?

A) सरल वाक्य B) मिश्र वाक्य
C) निषेधवाचक वाक्य D) संयुक्त वाक्य

उत्तर- D) संयुक्त वाक्य

9. अर्थ की दृष्टि से वाक्य के कितने भेद होते है?

A) सात B) पाँच
C) चार D) आठ

उत्तर- D) आठ

10. बड़ो का कहना मानो, ये कौन-सा वाक्य है?

A) आज्ञावाचक वाक्य B) प्रश्नवाचक वाक्य
C) विस्मयादिबोधक वाक्य D) इच्छावाचक वाक्य

उत्तर- A) आज्ञावाचक वाक्य

Conclusion

आज के इस पोस्ट में हमने आपको Vakya Kise Kahate Hain इसके बारे में पूरी जानकारी दी है जिसमे हमने आपको बताया कि वाक्य की परिभाषा क्या है और वाक्य के प्रकार कितने होते है इसके बारे में उदाहरण सहित बताया है। हमें उम्मीद है इस पोस्ट में दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी।

अगर हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी आपको पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वो भी वाक्य के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सके और इस पोस्ट को लेकर आपकी क्या प्रतिक्रिया है हमे Comment सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताये।

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