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यह घर के संपत्ति लेन-देन में उपयोग किए जाने वाले अनिवार्य दस्तावेज़ों में से एक है। यह इस तथ्य का प्रमाण है कि संदर्भित संपत्ति का एक स्वतंत्र शीर्षक या स्वामित्व है। प्रॉपर्टी से सम्बन्धित किसी भी कार्य के लिए पहले से सुनिश्चित कर ले की आपके सभी दस्तावेज़ उपलब्ध है या नहीं, ताकि बाद में किसी तरह की परेशानी ना आए। तो चलिए जानते है Encumbrance Certificate Meaning In Hindi की जानकारी विस्तार में।
Encumbrance Certificate Kya Hota Hai
Encumbrance Certificate Means होता है प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़, जो 7 पेज का होता है। इससे यह पता चलता है की प्रॉपर्टी का नया मालिक कौन है और पहले कितनी ट्रांजेक्शन हो चुकी है यह सारे रिकार्ड्स उपलब्ध रहते है। एन्कमब्रन्स सर्टिफ़िकेट से यह भी पता चल जाता है की प्रॉपर्टी पर किसी थर्ड पार्टी का क्लेम या किसी तरह का चार्ज है या नहीं। तो प्रॉपर्टी से सम्बन्धित यह सभी जानकारी Encumbrance Certificate के द्वारा जानने को मिलती है, जिससे किसी भी तरह की धोखाधड़ी होने से बचा जा सकता है।
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Importance Of Encumbrance Certificate
किन कार्यों में इसकी आवश्यकता होती है यह आपको नीचे बताया जा रहा है। तो आइए जानते है Encumbrance Certificate Ka Mahatva क्या है:
- जब भी आप प्रॉपर्टी खरीदते या बेचते है तो यह सर्टिफ़िकेट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।
- बैंक से लोन लेने के लिए भी Encumbrance Certificate उपयोगी होता है। प्रॉपर्टी के लिए लोन लेने पर बैंक द्वारा Encumbrance Certificate लिया जाता है।
- यह न केवल संपत्ति पर मालिक के कानूनी होने की पुष्टि करता है, बल्कि यह बैंकों या किसी भी वित्तीय संस्थानों से संपत्ति के खिलाफ ऋण या अग्रिम प्राप्त करने के योग्य बनाता है।
Encumbrance Certificate Kaise Banaye (How To Get Encumbrance Certificate)
एन्कम्ब्रन्स सर्टिफ़िकेट ऑनलाइन बनवाने के लिए आगे आपको पूरी प्रक्रिया बतायी जा रही है। तो इस प्रक्रिया को Step By Step फॉलो करे:
- फॉर्म 22 में प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रार के पास एक आवेदन करना होगा। यह फॉर्म, संबंधित राज्यों के आधिकारिक भूमि पंजीकरण की साइट पर उपलब्ध किया गया है।
- आवेदन 2 रुपये के स्टैम्प पेपर पर एड्रेस प्रूफ की अटेस्टेड कॉपी, प्रॉपर्टी के विवरण और उसके शीर्षक के लिए जो सर्टिफ़िकेट ज़रुरी है उसके साथ लगाना होगा।
- जो व्यक्ति आवेदन कर रहा है उसे आवेदन के साथ एक निर्धारित शुल्क भी देना होगा।
- निरीक्षक आवेदन दर्ज होने के बाद एक विशेष अवधि में संपत्ति के खिलाफ हुए सभी लेन-देन का निरीक्षण करेगा।
- निरीक्षण के बाद, उप-रजिस्ट्रार एक निर्दिष्ट अवधि में सभी लेन-देन के साथ फॉर्म न. 15 को जारी कर देगा। इसके अलावा, अगर कोई लेन-देन नहीं हुआ है, तो एक शून्य एन्कोम्ब्रेन्स प्रमाण पत्र फॉर्म न. 16 में जारी किया जाएगा।
- प्रमाण पत्र जारी करने में आमतौर पर आवेदन की तारीख से 15-30 दिन लगते हैं।
- प्रमाण पत्र के लिए अपेक्षित शुल्क 100 रुपये से शुरू होता है या इससे भी ज्यादा होता है वर्षों की संख्या के आधार पर एक के लिए एन्कोम्ब्रेंस प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। इसके अलावा फ़ीस प्रत्येक राज्य के नियमों और विनियमन के आधार पर अलग होती है।
- प्रमाण पत्र क्षेत्रीय भाषा में जारी किया जाता है, लेकिन एक अतिरिक्त शुल्क देकर अंग्रेजी अनुवाद में भी यह प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है।
- यह सलाह दी जाती है कि किसी व्यक्ति को संपत्ति के स्वामित्व के प्रमाण के रूप में एन्कोम्ब्रेंस प्रमाण पत्र और कब्ज़ा प्रमाण पत्र दोनों प्राप्त करना चाहिए।
- आप चाहे तो एन्कोम्ब्रेन्स प्रमाण पत्र अप्लाई करने के बाद Encumbrance Certificate Status भी Check कर सकते है।
इस तरह Encumbrance Certificate के आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसे डाउनलोड भी कर सकते है। इसके अलावा State के अनुसार Encumbrance Certificate Mumbai, Encumbrance Certificate Pune भी इनकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर बनवा सकते है।
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Conclusion:
अब आप Encumbrance Certificate Meaning In Hindi के बारे में अच्छे से जान गए होंगे। तो प्रॉपर्टी से सम्बन्धित कार्यो में Encumbrance Certificate को आवश्यक रूप से साथ में रखे। इस पोस्ट के द्वारा अगर आपको सहायता प्राप्त हुई है तो पोस्ट को शेयर करे और अगर आप इस कोई सुझाव देना चाहते है तो कमेंट करके बताए। Latest Update पाने के लिए जुड़े रहे हमारे साथ हिंदी सहायता पर, धन्यवाद!