ग्रुप ऑफ सेवन (G-7) एक अंतरराष्ट्रीय अंतर सरकारी आर्थिक संगठन है जिसमें दुनिया के 7 सबसे विकसित और उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देश (कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, जापान और अमरीका) शामिल है। G7 Ki Sthapna Kab Hui में आपको बताना चाहेंगे कि, इस समूह की स्थापना वर्ष 1975 में 6 सबसे धनी व ताकतवर देशों द्वारा की गई थी। वर्ष 1997 में रूस के शामिल होने के पश्चात इस समूह का नाम G-8 हो गया था, परन्तु बाद में इसे निलंबित कर दिया गया।
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पूरी दुनिया में लगभग 190 से भी ज्यादा देश है। कुछ देश बहुत बड़े और ताक़तवर है तो कुछ देश छोटे और कम विकसित है। बहुत से देशों ने अपने-अपने सांस्कृतिक, आर्थिक आदि आधारों पर एक दूसरे की सहायता करने के लिए छोटे-छोटे समूह जैसे- SAARC, आसिआन, G20, ब्रिक्स, G7 आदि बनाए हुए है तथा समय-समय पर ये देश अपने विचारों का आदान-प्रदान, समस्याओं के हल तथा एक दूसरे की सहायता के लिए मीटिंग करते रहते है।
जून 2022 में आयोजित किये गए 48वें G7 शिखर सम्मेलन में इसके सदस्य देशों के अलावा भारत, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित किया गया था। भारत के इस सम्मेलन में भाग लेने के कारण यह विषय किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
इसलिए आज हम आपको हमारी इस पोस्ट के माध्यम से G7 के बारे में पूर्ण जानकारी जैसे- G7 क्या है, G7 की स्थापना कब हुई, G7 Me Kitne Desh Hai और G7 Ka Mukhyalay Kahan Hai आदि बताने जा रहे है बस हमारी इस पोस्ट को अंत तक पढ़े।
G7 Kya Hai
G7 Ka Full Form या जी-7 का अर्थ है “ग्रुप ऑफ सेवन अर्थात सात का समूह” होता है। G7 एक अंतर्राष्ट्रीय अंतर सरकारी संगठन है जिसके अंतर्गत दुनिया के सात सबसे बड़े देश शामिल है। जिनका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ ग्लोबल नेट वर्थ (वैश्विक शुद्ध संपत्ति 317 ट्रिलियन डॉलर) में 58% से अधिक का योगदान है। इसके अलावा G7 Country की GDP विश्व की कुल GDP की 32% है। जी-7 में यूरोपीय संघ को भी आमंत्रित किया गया है इसके अलावा ये देश G 8+5 के तहत अलग-अलग देशों को आमंत्रित करते रहते है।
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G7 Ki Sthapna Kab Hui
G-7 Ki Sthapna वर्ष 1975 में की गयी थी परन्तु उस समय इसमें सिर्फ 6 ही देश थे, इसलिए इसे G6 के नाम से जाना जाता था। परन्तु 1976 में कनाडा के शामिल हो जाने से इसके सदस्य देशों की संख्या सात हो गयी और इसका नाम G7 हो गया।
अब आप यह तो जान गए कि, जी-7 की स्थापना कब हुई थी (G7 Ki Sthapna Kab Hui Thi) लेकिन क्या आप जानते है कि जी-7 में कितने देश शामिल है या Kaun Sa Desh G7 Ka Sadasya Nahin Hai तो चलिए अब आगे इसके बारे में जानते है।
G7 Me Kitne Desh Hai
वर्तमान में G7 Ke Sadasya देशों की संख्या सात है। इसके पहले यह G6 तथा G8 का समूह भी रह चुका है। मार्च 2014 में रूस को G8 देशों के समूह से निलंबित कर दिया गया था।
यदि आपके मन में G7 का मुख्यालय कहां है (G7 Ka Headquarters Kahan Hai) से संबंधित प्रश्न आ रहा है तो आगे आपको इसके बारे में बताया गया है।
जी-7 का मुख्यालय (G7 Headquarters)
G7 Ka Headquarters या जी-7 मुख्यालय फिलहाल अभी निश्चित नहीं है। हर वर्ष जिस देश में जी-7 सम्मेलन होना होता है, वहां पर अगले सम्मेलन तक इसका मुख्य कार्यालय बना दिया जाता है। 2020 में G7 का 46वां सम्मेलन अमेरिका में हुआ था। पिछले साल जी-7 का 47वां शिखर सम्मेलन (G7 Summit 2021) ब्रिटेन में जून 2021 में हुआ है और यही 2021 के लिए G7 का मुख्यालय है।
यह थी G7 Headquarters In Hindi से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी, चलिए अब आपको G-7 के सदस्य देशों के नाम उनकी राजधानी व मुद्रा सहित बताते है।
G7 Country In Hindi
G7 Country Name उनकी राजधानियों तथा मुद्रा के साथ नीचे दर्शाये गए है:
जी-7 देश का नाम | राजधानी | मुद्रा |
---|---|---|
कनाडा | ओटावा | कनाडियन डॉलर |
फ्रांस | पेरिस | यूरो, CFP फ्रैंक |
जर्मनी | बर्लिन | यूरो |
इटली | रोम | यूरो |
यूनाइटेड किंगडम | लंदन | ब्रिटिश पाउंड |
यूनाइटेड स्टेट | वाशिंगटन, डीसी | यूनाइटेड स्टेट डॉलर |
जापान | टोक्यो | जापानी येन |
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G7 Summit Kya Hai In Hindi
1973 में हुए तेल संकट के समय जब पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन OPEC के सदस्यों ने तेल की कीमतों में वृद्धि और योम किप्पुर युद्ध में इसरायल के समर्थन वाले देशों की आपूर्ति में कटौती कर दी। तब इस से प्रेरित होकर आर्थिक तथा राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जी-7 का गठन किया गया था।
तेल संकट के बाद से ही इस समूह ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों जैसे- ऊर्जा, सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, गरीबी, व्यापार आदि को बड़ी संख्या में कवर करने के लिए अपना विस्तार किया है। आज के समय में G7 Ke Member देशों को दुनिया में सबसे अमीर और विकसित माना जाता है इसके अलावा जी-7 की कुछ प्रमुख विशेषताएँ नीचे सूचीबद्ध है:
- प्रमुख निर्यातक देश
- परमाणु ऊर्जा के सबसे बड़े उत्पादक
- सबसे बड़ा सोने का भंडार
- संयुक्त राष्ट्र के बजट में सबसे ज्यादा योगदान
G7 Me Shamil Desh प्रत्येक वर्ष अपनी समिट में अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को भी आमंत्रित करते है। 1975 की प्रथम बैठक से लेकर अभी 48वी G7 Ki Baithak 2022 तक आमंत्रित किये जा चुके संगठनों के नाम (G7 Countries Headquarters) नीचे दर्शाये गए है:
- अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
- अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी
- संयुक्त राष्ट्र
- विश्व व्यापार संगठन
- विश्व बैंक
- अफ्रीकी संघ
- यूरोपीय संघ
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Conclusion
G7 Countries 2022 की वार्षिक बैठक में भारत ने भी भाग लिया था। इसलिए बहुत से लोगों को लगता है कि G7 देशों में भारत भी शामिल है। परन्तु जैसा हम आपको ऊपर बता चुके है जी-7 देश प्रत्येक बैठक में कुछ मेहमानों को भी आमंत्रित करते है और इस वर्ष जी-7 देशों द्वारा भारत तथा अन्य देशों को मेहमान के रूप में आमंत्रित किया गया था।
दोस्तों आज हमने आपको G7 Sammelan Kya Hai, G7 की स्थापना कब हुई थी व G7 Ka Mukhyalay Kahan Per Hai? आदि लगभग सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। यदि G7 Ki Jankari से संबंधित आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप हमें Comment में ज़रुर बताए, हम आपकी सहायता करने की पूरी कोशिश करेंगे। पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे अन्य लोगों के साथ शेयर करना न भूले।
जी7 से जुड़े FAQs
- G7 से रूस कब अलग हुआ?
वर्ष 2014 को रूस को G8 की सूचि से बाहर कर दिया, इसके बाद से इसे G7 कहा जाता है।
- वर्तमान में G7 के सदस्य देश कौन कौन है?
फिलहाल G7 के सदस्य देशों की संख्या सात है जिसमें जर्मनी, इटली, कनाडा, फ़्रांस, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका आदि शामिल है।
- क्या चीन G7 में है?
नहीं, चीन G7 का सदस्य नहीं है।
- G7 शिखर सम्मेलन 2023 की मेजबानी कौन सा देश करेगा?
जापान G7 शिखर सम्मेलन 2023 की मेजबानी करेगा। G7 समिट मई 2023 में जापान के हिरोशिमा में होने की उम्मीद है।