भारत के ऐसे बहुत से नागरिक है जो किसी कारण से विदेश जाकर रह रहे है। ज्यादातर भारतीय नागरिक नौकरी करने के उद्देश्य से या उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाते है और बहुत से भारतीय लोग विदेश में ही बस जाते है जिन्हें एनआरआई कहते है। हालांकि बहुत से ऐसे होंगे जिन्हे NRI का मतलब (NRI Meaning in Hindi) यानि एनआरआई किसे कहते के बारे में पता पता होगा।
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उच्च शिक्षा प्राप्त करने के उद्देश्य से विदेशों में अध्ययन करने के लिए भारत के छात्रों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे और भी बहुत से कारण होते है जिसकी वजह से भारत के नागरिक विदेश में जाकर रहने लगते है और फिर वहीं की नागरिकता ग्रहण कर लेते है। आइये अब जानते है एनआरआई क्या होता है जिसके माध्यम से आप इससे जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर पाएँगे।
NRI Kya Hota Hai
भारत का व्यक्ति यदि भारत छोड़कर किसी दूसरे देश में रहता है और वहां की नागरिकता को अपना लेता है ऐसे व्यक्ति को NRI कहते है। भारत के बहुत से निवासी है जो विदेशों में जाकर रह रहे है। पूरे विश्व में यह नियम है की व्यक्ति सिर्फ एक ही देश की नागरिकता प्राप्त कर सकता है। यदि व्यक्ति के पास किसी और देश की भी नागरिकता होती है तो उस पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है।
भारत देश में एकल नागरिकता का प्रावधान है। भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 के तहत कोई भी निम्न में से किसी भी आधार पर भारत भी नागरिकता प्राप्त है –
- जिसका जन्म 26 जनवरी 1950 या इसके लागू होने के बाद भारत में हुआ हो
- वंश एवं परम्परा के आधार पर नागरिकता
- देशीयकरण के आधार पर नागरिकता
- रजिस्ट्रेशन के आधार पर नागरिकता
- भूमि-विस्तार के आधार पर नागरिकता
Full Form of NRI in Hindi
NRI Full Form या संक्षिप्त नाम – ‘Non-resident Indian‘ होता है। NRI Ka Hindi Matlab या फुल फॉर्म – ‘अप्रवासी भारतीय होता‘ है।
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NRI Status
इनकम टैक्स विभाग द्वारा NRI Status तय किया जाता है जिसे वह भारत में रहने के समय के अनुसार तय करता है।इससे यह जाना जाता है कि व्यक्ति किस उद्देश्य से विदेश में रह रहा है। अगर वह 182 दिन से अधिक समय तक भारत में रहता है तो वह रेसिडेंट कहलाएगा।
भारत का निवासी यदि विदेश में रह रहा है तो उनके लिए भी आधार कार्ड बनवाना ज़रुरी होता है अगर आपका आधार कार्ड नहीं बना है तो दी लिंक पर क्लिक करके जाने ऑनलाइन आधार कार्ड कैसे बनवाये। आधार कार्ड का नागरिकता से कोई संबंध नहीं होता है। जो विदेशी भारत में वैध रूप से रह रहे है और जो भारतीय विदेशों में बस गए है यह दोनों ही आधार कार्ड बनवा सकते है।
एनआरआई को भारत आकर ही आधार कार्ड बनवाना होगा। जिस भी एनआरआई के पास आधार कार्ड नहीं है उनके लिए भी आधार कार्ड बनवाना ज़रुरी हो गया है क्योंकि उनको भारत आने का भी काम पड़ सकता है और अब अधिकतर कार्य के लिए आधार कार्ड अनिवार्य हो गया है।
NRI Taxation
Fema के प्रावधानों के तहत एनआरआई को Tax के नियमों में छूट दी जाती है। एनआरआई को भारत से जो आय प्राप्त होती है उसी पर भारत में Tax देना होता है और जो वेतन आपको बाहर मिल रहा है उसका Tax आपको सिर्फ विदेश में देना होगा।
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Conclusion
ये थी आज की पोस्ट जिसमें आपने एनआरआई की परिभाषा एवं एन आर आई किसे कहते हैं के बारे में जाना। यदि आप भी विदेश जाने की सोच रहे है और वहां की नागरिकता लेना चाहते है या पहले से ही विदेश में रह रहे है तो इस पोस्ट के द्वारा आपको एनआरआई से सबंधित सभी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
अप्रवासी भारतीयों ने विदेशों में अपना एक अलग ही स्थान बनाया है और विदेश में भारत का नाम रोशन किया है। अगर दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों को भी NRI Full Form in Hindi एवं NRI Ka Matlab Bataye, यदि वह भी विदेश जाकर रहना चाहते है तो उन्हें इस पोस्ट के द्वारा मदद मिलेगी।