आज हम आपको Migraine Kya Hai इसके बारे में बताने जा रहे हैं, अगर आप भी Migraine के दर्द से परेशान हैं, पर आपको नहीं पता कि Migraine Ka Matlab Kya Hota Hai और Migraine Kyu Hota Hai तो आज हम आपको हमारे इस पोस्ट के माध्यम से माइग्रेन से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से समझाएंगे। अगर आप भी माइग्रेन का मतलब क्या होता है, इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो आप बिलकुल सही पोस्ट पढ़ रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी पोस्ट ज़रूर पसंद आयेगी।
Migraine सिरदर्द से संबंधित समस्या है, जिसमें सिर के आधे के हिस्से में दर्द होता है, लेकिन कई बार यह दर्द पूरे सिर में होता है। यह दर्द 2 घंटे से 72 तक हो सकता है, कई बार सिरदर्द होने से पहले Patient को चेतावनी वाले संकेत मिलते हैं, जिससे पता चल जाता है की सिरदर्द होने वाला है, इन संकेतों को ऑरा कहा जाता है। माइग्रेन को “थ्रॉबिंग पेन इन हेडेक” भी कहा जाता है। माइग्रेन से ग्रस्त व्यक्ति को अक्सर सिरदर्द की समस्या होती है, यह दर्द आँख, कान, नाक और कनपटी के पीछे होता है वैसे यह दर्द सिर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। माइग्रेन से पीड़ित कुछ लोगों की देखने की क्षमता भी कम हो जाती है।
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अगर आप भी Migraine की समस्या से ग्रसित हैं और Migraine Ka llaj Kya Hai इसकी जानकारी पाना चाहते हैं, तो इसके लिए हमारी यह पोस्ट Migraine Matlab Kya Hota Hai को शुरू से अंत तक पढना होगा, तभी आप Migraine Kyu Hota Hai के बारे में अच्छे से जान पाएंगे।
Migraine Kya Hota Hai
माइग्रेन कोई मामूली सिरदर्द नही होता है इसमें व्यक्ति की हालत ऐसी हो जाती है की उसमें किसी भी काम को करने की शक्ति नही रहती है उसके बाद उसे डॉक्टर के पास ले जाना ही पड़ता है। माइग्रेन को “थ्रॉबिंग पेन इन हेडेक” भी कहा जाता है जिसमें ऐसा लगता है की जैसे सिर पर हथौड़े पड़ रहे है इसमें आँखों के सामने आड़ी-तिरछी लाइनें दिखाई देती है, जी घबराने लगता है और सिर में असहनीय दर्द होता है।
Migraine के दौरान सिर में तेज़ दर्द होता है यह समस्या अक्सर महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। बरसात के मौसम में गर्मी और उमस के साथ कई बार मौसम ठंडा हो जाता है जिस कारण Migraine के Patient को बहुत ज्यादा Problem होती है इसलिए इस मौसम में Migraine के Patient को ज्यादा सावधानी रखनी चाहिये।
Migraine Kyu Hota Hai
माइग्रेन के कई कारण हो सकते है यह ट्रिगेमिनल नर्व में न्यूरोकेमिकल के बदलाव और मस्तिष्क के रसायनों में असंतुलन, खासकर सेरोटोनिन के कारण आरंभ होता है क्योंकि जब माइग्रेन होता है तब इसके समय सेरोटोनिन का स्तर संभवतः कम हो जाता है, जो ट्राइजेमिनल सिस्टम को न्यूरोपेप्टाइड का स्त्राव करने के लिए प्रेरित करता है जिससे न्यूरोपेप्टाइड मस्तिष्क के बाहरी आवरण यानि (मेनिंन्जेज) तक पहुंचकर सिरदर्द पैदा करता है। तो चलिए जानते है कुछ अन्य सामान्य Migraine Pain Kyu Hota Hai अथवा सिर के पीछे दर्द के कारण क्या हैं इसके बारे में।
हार्मोन के कारण
यह प्राकृतिक बदलाव या हार्मोन के कारण जो खासकर महिलाओं में होता है के कारण होता है जहाँ एस्ट्रोजेन हार्मोन के स्तर में कमी होने पर सिरदर्द होता है महिलाओं को पीरियड्स के समय या उससे पहले सिरदर्द हो सकता है।
असंतुलित खाद्य पदार्थ
कुछ असंतुलित खाद्य पदार्थ जैसे- बीयर, रेड वाइन, चॉकलेट, पनीर, चीज, एस्पार्टेम, मोनोसोडियम ग्लूटामेट और अधिक कैफीन का इस्तेमाल करने से भी माइग्रेन होता है।
तनाव के कारण
माइग्रेन की समस्या पूरी दुनिया में बढती जा रही है हमारा देश ही अकेला नही है जहाँ माइग्रेन की समस्या हो इसका सबसे बड़ा कारण भागदौड भरी जिंदगी को माना जाता है जहाँ पूरी जिंदगी तनाव से भरी है और लोग इससे पीछा भी छुड़ाना चाहते है लेकिन धीरे-धीरे कब ये माइग्रेन के रूप बदलने लगती है पता ही नही चलता है और बैचेनी के साथ यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ता जाता है।
प्राकृतिक वातावरण
प्राकृतिक वातावरण जैसे- तेज़ धूप, धूप के कारण आंखे चुंधियाना, तेज़ आवाज़, परफ्यूम, बदबू (पेंट, थिनर, धुएं) आदि के कारण तेज़ दर्द होना।
सोने जागने पर
सोने जागने के पैटर्न में अवरोध के कारण जैसे- ठीक से सो नही पाना, ज्यादा सोना आदि।
अत्यधिक परिश्रम के कारण
अत्यधिक परिश्रम या मेहनत करने के कारण शारीरिक थकावट भी माइग्रेन का कारण बनती है।
मौसम में बदलाव से
मौसम में बदलाव से आशय है अधिक गर्म या ठंडा मौसम भी माइग्रेन की समस्या उत्पन्न करता है।
Migraine के लक्षण
आईये अब जानते हैं माइग्रेन के लक्षण क्या-क्या हैं अथवा Migraine Mein Kya Kya Hota Hai…
सिर दर्द होना माइग्रेन का एक सबसे सामान्य लक्षण है और यह दर्द आता-जाता रहता है। यह दर्द माध्यम से लेकर तीव्र भी हो सकता है। यह दर्द सिर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। कभी कभी दर्द इतना तीव्र होता है कि यह चेहरे और गर्दन को भी प्रभावित करता है।
कई बार सिरदर्द होने से पहले Patient को चेतावनी वाले संकेत मिलते हैं, जिससे पता चल जाता है कि यह सामान्य सिर दर्द है या माइग्रेन, इन संकेतों को ऑरा कहा जाता है। इसमें आँखों के सामने आड़ी-तिरछी लाइनें दिखाई देती है, जी घबराने लगता है और कमजोरी महसूस होती है।
इसके अन्य लक्षणों में मिचली, उल्टी, प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता। जिसमें व्यक्ति को प्रकश और तेज ध्वनि से परेशानी होने लगती है, जिससे व्यक्ति को चिडचिडापन और गुस्सा भी आने लगता है, और ऐसें में वह एकांत में रहना पसंद करता है।
माइग्रेन से बचने के उपाय
इस बीमारी से बचाव बहुत जरूरी होता है आप नीचे बताये गये उपायों को Follow करके इससे बच सकते है।
- तापमान में बदलाव से हमेशा बचे जैसे अगर आप गर्मी में AC का इस्तेमाल करते है तो एक दम ठंडे से गर्म में न निकले और तेज़ गर्मी से आकार बहुत ज्यादा ठंडा पानी न पिये।
- अगर आप गर्मी के मौसम में तेज़ धुप में बाहर निकल रहे है तो सूरज की सीधी रोशनी से बचे और सनग्लासेस या छाते का इस्तेमाल करे।
- गर्मी के मौसम में अधिक से अधिक ट्रेवल करने से बचे।
- रोजाना 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पिये वरना आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है क्योंकि डिहाइड्रेशन माइग्रेशन की समस्या का सबसे बड़ा कारण होता है इसलिए अधिक से अधिक पानी पिये।
- उमस वाले मौसम में ऐसी चीजें खाने से बचे जिससे ज्यादा पसीना निकलता है जैसे- चाय, कॉफ़ी आदि।
- ज्यादा मिर्ची ना खाए, ब्लड प्रेशर मेन्टेन रखें और गर्भनिरोधक गोलियां न खाए अगर गर्भनिरोधक गोलियां लेना ही है तो कम डोज में ले।
- रोजाना सुबह टहलने जाये, नंगे पांव घांस पर चले क्योंकि इससे तनाव कम होता है और अगर तनाव कम रहेगा तो हार्मोंस भी बैलेंस में रहेगा जिससे माइग्रेन भी कम हो जाता है।
- रोजाना 30 मिनट तक योगासन या प्राणायाम जरूर करे इससे आपको काफी फायदा मिलेगा रोजाना 10 मिनट मेडिटेशन करना भी हमारे लिए काफी फ़ायदेमंद होता है।
Migraine Ka Ilaj Kya Hai (माइग्रेन के घरेलू उपाय)
माइग्रेन यानि Sir Dard Ka Ilaj का कोई परमानेंट इलाज नही है, लेकिन यह भी सच है की न यह जानलेवा और ना ही एक दूसरे से फैलने वाला। अगर सिरदर्द पैदा करने वाले कारकों की पहचान कर ली जाये और उनसे बचा जाये तो माइग्रेन को कंट्रोल किया जा सकता है। तेज़ दर्द होने पर अलग-अलग ब्रांड नेम से मार्केट में जेनरिक दवाएं मिलती है लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इन दवाइयों का सेवन न करे।
आईये अब जानते हैं Migraine Ka Gharelu Ilaj क्या-क्या हैं, इसके बारे में।
लैवेंडर का तेल
यह सामान्य सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द के लिए एक घरेलू उपचार है। लोगों का मानना है की इसकी खुशबु माइग्रेन के लिए काफी प्रभावशाली होती है। गर्म पानी में लैवेंडर तेल की कुछ बूंद डालकर सूंघने से बेहद आराम मिलता है।
तुलसी का तेल
सभी तुलसी के प्राकृतिक गुणों से परिचित है लेकिन हम आपको बता देते है की तुलसी का तेल माइग्रेन के दर्द में भी काफी प्रभावशाली है। तुलसी के तेल का इस्तेमाल करने से माइग्रेन के दर्द में काफी आराम मिलता है। तुलसी का तेल मांसपेसियों को आराम देता है जिससे तनाव कम होता है और दर्द में राहत मिलती है।
फिक्स आहार
सिर के दर्द को कम करने और माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए आपको अपने दैनिक आहार में कुछ परिवर्तन करने होंगे माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को साधारण मख्खन की जगह पीनट बटर यानि मूंगफली से बने मख्खन का इस्तेमाल करना चाहिये साथ ही एवोकाडो, केला और खट्टे फल आदि का इस्तेमाल करना भी लाभदायी होता है।
सिर की मालिश
कहते है की तनाव को दूर करने के लिए सिर की मालिश बहुत कारगर उपाय है माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए सिर के पीछे के हिस्से की मालिश करने से माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है इसके साथ ही हाथ पैरों की मालिश भी करनी चाहिये इससे शरीर में रक्त संचार बढ़ता है।
अदरक
अदरक में एंटी फ्लेमेबल गुण परेशानी पैदा करने वाले लक्षणों को कम करता है यह सिरदर्द के दौरान जी मचलाने या उल्टी होने जैसे लक्षणों से राहत देता है इसके अलावा इससे सूजन और दर्द भी कम होता है अदरक को छीलकर टुकड़े करके पानी में उबालकर ठंडा कर ले और इस पानी में शहद और नींबू की कुछ बूंद डालकर पीने से काफी लाभ मिलता है।
कॉफी
कई लोग ऐसे होते है जिन्हें माइग्रेन के तेज़ दर्द में कॉफी पीने से तुरंत राहत मिलती है कॉफी में मौजूद कैफीन माइग्रेन में एडेनोसाइन के प्रभाव को कम कर देता है हालांकि ज्यादा कैफीनयुक्त पदार्थ हमारे स्वास्थ के लिए ठीक नही होते है लेकिन एक कप कॉफी आपके स्वास्थ को लाभ पहुंचाती है
धनिया
आज लगभग हर घर में धनिया इस्तेमाल किया जाता है जो खाने में स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ खाने को पचाने में भी मदद करता है। यह स्वादिष्ट खाना बनाने वाले मसालों में से बेहतरीन माना जाता है साथ धनिये का उपयोग प्राचीन काल से ही सिरदर्द और माइग्रेन की दवा के रूप में किया जाता है धनिये के बीजों से तैयार चाय माइग्रेन में काफी लाभकारी होती है।
अभी तक आपने जाना कि Migren Kya H और Migraine Pain Kyu Hota Hai, पर अगर आपको सामान्य सिर दर्द रहता है, पर आपने अपने मन में यह भ्रम पाल रखा है कि कहीं आपका सिर दर्द माइग्रेन तो नहीं है, तो घबराइये मत हम आपका यह भ्रम दूर करने में पूरी मदद करेंगे।
Migraine Pain Kya Hota Hai और उसके लक्षण क्या हैं ये तो आप हमारे इस लेख के माध्यम से जान ही गए होंगे अब हम आपको सामान्य दर्द क्या होता है, उसके लक्षण और प्रकार इसकी पूरी जानकारी आगें बताने जा रहे हैं, तो आईये जानते हैं इसके बारे में:
Headache Kya Hota Hai
बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण किसी भी व्यक्ति को सिरदर्द होना आम बात है सिरदर्द का अर्थ होता है की सिर के एक भाग या एक से अधिक हिस्सों के साथ गर्दन के पिछले हिस्से में हल्का या तेज़ दर्द होना। सिरदर्द होने के कई कारण हो सकते है जैसे- नींद पूरी नही होना, थकान के कारण, गलत दवाओं के लेने से, चश्मे के नंबर बढने से और मौसम बदलने आदि से हो सकता है। सिरदर्द किसी गंभीर बीमारी की वजह से नही होता है यह समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है कुछ-कुछ सिरदर्द ऐसे होते है जिसमें काम करने में भी परेशानी होती है।
Types Of Headache In Hindi
आमतौर पर सिरदर्द होने के दो कारण होते है इसलिए डॉक्टर ने इसे दो श्रेणियों में बाँटा है प्राथमिक और द्वितीयक सिरदर्द। प्राथमिक सिरदर्द व्यक्ति की आतंरिक समस्या से नही जुड़ा होता है जबकि द्वितीयक सिरदर्द संक्रमण, बुखार, सिर पर चोट लगने, ट्यूमर, दाँतों की समस्या, सिर पर लोड पड़ने और साइनस आदि के कारण होता है। तो चलिए अब आगे बढ़ते है और जानते है Headache Types In Hindi।
प्राथमिक सिरदर्द
प्राथमिक सिरदर्द होने का कारण रक्त के प्रवाह का ज्यादा होने से होता है अगर आप ज्यादा कैफीन का सेवन करते है तो इससे आपके मस्तिष्क का रक्त प्रवाह कम होता है लेकिन जैसे ही आप कैफीन का सेवन बंद करते है तो इससे रक्त प्रवाह बढ़ जाता है जिससे यह सिरदर्द होने का कारण बनता है। प्राथमिक सिरदर्द के भी तीन मुख्य कारण है जैसे- क्लस्टर सिरदर्द, तनाव से सिरदर्द और माइग्रेन आदि।
द्वितीयक सिरदर्द
इस तरह के सिरदर्द के होने का कारण आपके शरीर से जुड़ी समस्याओं से है उदाहरण के लिए मान लीजिये फ्लू की समस्या होने पर आपको सिरदर्द होता है और जैसे ही यह बीमारी ठीक होती है तो अपने आप ही यह सिरदर्द ठीक हो जाता है लेकिन अधिकतर सिरदर्द अधिक दवाओं के सेवन से होता है जैसे- एस्पिरिन, एसिटामिनोफेन, इबुप्रोफेन आदि। इसलिए जब भी आपको लगातार या बार-बार सिरदर्द हो आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिये।
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Conclusion
तो दोस्तों ये थी हमारी आज की पोस्ट Migraine Ka Matlab Kya Hota Hai आशा करते है की आपको Migraine Kyu Hota Hai के बारे में सब कुछ अच्छे से समझ में आया होगा अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आयी हो तो Comment Box में Comment करके जरूर बताएं।
Symptoms Of Migraine In Hindi में आपको कोई भी परेशानी हो तो आप हमे जरूर बताएं हमारी Team आपकी Problem को हल करने की पूरी कोशिश करेगी अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे ताकि वे भी Migraine Ka llaj Kya Hai इसके बारे में जानें। इसके साथ ही हमारी पोस्ट को Like और Share जरूर करे।
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