अगर आपका सपना पायलट बनकर खुले आसमान में उड़ने का है तो एक पायलट बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकताओं में से एक कमर्शियल पायलट लाइसेंस या प्राइवेट पायलट लाइसेंस प्राप्त करना शामिल है। जिसके लिए इच्छुक छात्र पायलट लाइसेंस के लिए भी आवेदन कर सकते है हालाँकि यह एक बेसिक लाइसेंस होता है जो किसी भी विमान को उड़ाने में सक्षम नहीं होता। वे छात्र जो भारतीय वायु सेना में पायलट बनने की इच्छा रखते है, उन्हें AFCAT, CDS जैसी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। हमारे इस लेख में आपको Pilot Kaise Bane पायलट बनने में कितना समय लगता है आदि पूरी जानकारी दी जाएगी।
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पायलट बनना एक ऐसा प्रोफेशन होता है जिसमे आपको काफी अच्छी सैलरी तो मिलती है ही, साथ ही दुनिया के अलग-अलग कोनों में घूमने का मौका मिलता है। और हर रोज आकाश में उड़ने का अनोखा अनुभव भी मिलता है। इसी कारण पायलट बनना सबसे अच्छा प्रोफेशन माना जाता है। यदि आप भी इसमें अपना करियर बनाना चाहते है तो इसके लिए आपको Pilot Banne Ke Liye Kya Karna Padta Hai या Pilot Kaise Bane Information in Hindi की पूरी जानकारी एक बार जरूर प्राप्त कर लेना चाहिए।
Pilot Kaise Bane
पायलट बनने के दो रास्ते है; मिलिट्री के अंतर्गत एयर फ़ोर्स पायलट (Air Force Pilot) बनकर या इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस कंपनी में कमर्शियल पायलट (Commercial Pilot) बनकर। हालाँकि इसके लिए, छात्रों के पास 12वीं के बाद एविएशन कोर्सेज में जाने के लिए 10th क्लास अच्छे अंकों से पास करना होगी। उसके बाद पायलट बनने के लिए छात्र को अपनी 11th और 12th क्लास फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय से अनिवार्य रूप से करना होगी। 11वीं और 12वीं कक्षा साइंस सब्जेक्ट में (PCM) से पास करने के साथ ही आपकी इंग्लिश स्पीकिंग में भी अच्छी पकड़ होनी चाहिए। लगभग सभी फ्लाइंग इंस्टिट्यूट साइंस बैकग्राउंड वाले छात्रों को लेते है, लेकिन कुछ फ्लाइंग इंस्टिट्यूट कॉमर्स बैकग्राउंड वाले छात्रों के कॉलेजों में प्रवेश लेते है।
आगे आपको पायलट कैसे बने या Pilot Kaise Bante Hain की जानकारी बिन्दुओं में प्रदान की गयी है।
प्रवेश परीक्षा | NDA परीक्षा |
योग्यता | 10+2 विज्ञान (PCM)/कॉमर्स |
लाइसेंस | कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) |
वेतन | 2 लाख से 5 लाख |
पायलट ट्रेनिंग कोर्स की फीस | 15 लाख से 20 लाख रु. (लगभग) |
पायलटों के प्रकार | एयरलाइन पायलट, कमर्शियल पायलट, फाइटर पायलट, चार्टर पायलट |
शीर्ष पायलट स्कूल | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी, बॉम्बे फ्लाइंग क्लब, राजीव गांधी विमानन प्रौद्योगिकी अकादमी, मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब |
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पायलट बनने के लिए क्या करें?
Pilot बनना कई युवाओं की ड्रीम जॉब होती है। पायलट प्रोफेशन में सही जानकारी तथा मार्गदर्शन न मिल पाने के कारण कई छात्र इसमें सफल नहीं हो पाते। यदि आप अपना करियर पायलट के रूप में देख रहे है तो आपको पायलट बनने की पूरी जानकारी होना चाहिए कि, पायलट पायलट बनने के लिए क्या करना होता है और इसके लिए आपको किस तरह की पढ़ाई चुनना होगी आदि।
Pilot Banne Ke Liye Kya Karen में आपको निचे बताये गए इन बिंदुओं का पालन करना होगा:
- सबसे पहले 10वीं क्लास पास करें।
- 11वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम को चुने।
- साइंस स्ट्रीम में PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स) विषय चुनकर 12वीं कक्षा पास करें।
- 12वीं क्लास कम से कम 50℅ अंको के साथ पास करें।
- अपनी इंग्लिश भाषा को मजबूत करें।
पायलट बनने के लिए टिप्स
- DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल का ही चुनाव करें।
- फ्लाइट उड़ाने का एक्सपीरियंस प्राप्त करें।
- प्लेन या फ्लाइट उड़ाने के लिए पायलट लाइसेंस के आवेदन करें।
- ट्रेनिंग पूरी करें।
- अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर बनाएं, इंग्लिश पर ध्यान दें।
- पायलट बनने के लिए आपको प्रेशर हैंडल करना आना चाहिए, इसलिए खुद को तैयार करें।
- अपनी गणित पर काम करें।
- हमेशा अपडेट रहने का प्रयास करें।
आशा करते हैं कि अब आपको Pilot Banne Ke Liye Kya Kya Karna Padta Hai ये समझ आ गया होगा, और अब आपको Pilot Banne Ke Liye Kya Karna Padega ये तय करने में आसानी होगी।
पायलट बनने में कितना समय लगता है
पायलट बनने के लिए आपको Directorate General of Civil (DGCA), व गवर्नमेंट ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त किसी फ्लाइंग क्लब में एडमिशन लेना होगा। इसके साथ ही आपको स्टूडेंट पायलट लाइसेंस के लिए अप्लाई और पायलट बनने के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) को पास करना होगा। एग्जाम पास करने के पश्चात् आपको ट्रेनिंग पूरी करनी होती है। इस पूरी प्रक्रिया में आपको भारत में पायलट बनने के लिए लगभग 2 से 3 वर्ष का समय लग सकता है। भारत में पायलट बनने के लिए आपको लगभग 2 से 3 वर्ष का समय लगता है। वहीं विदेश में आप 1 साल में ही पायलट बन सकते है।
Pilot Ke Liye Qualification
पायलट बनने के लिए आपको सभी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया (Eligibility Criteria) को पूरा करना अनिवार्य है क्योंकि तभी आप एक पायलट बन सकते है। पायलट कई तरह के होते है जिन्हे मुख्यता दो भागो में वर्गीकृत किया है; एयर फ़ोर्स पायलट (Air Force Pilot) तथा कमर्शियल पायलट (Commercial Pilot) दोनों बनने के लिए योग्यता लगभग समान ही होती है।
पायलट बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए इसके बारे में आपको आगे बताया गया है –
- पायलट के लिए शैक्षिक योग्यता में उम्मीदवार का 12वीं कक्षा में PCM (Physics, Chemistry और Maths) से न्यूनतम 50% अंकों से पास होना अनिवार्य है।
- स्टूडेंट पायलट लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपकी उम्र कम से कम 16 वर्ष होनी चाहिए, प्राइवेट लाइसेंस के लिए 17 वर्ष और कमर्शियल लाइसेंस के लिए 18 वर्ष उम्र होनी चाहिए। कमर्शियल पायलट लाइसेंस प्राप्त करने की अधिकतम आयु 60-65 वर्ष है।
- प्राइवेट पायलट लाइसेंस आप 12वीं के बाद और 17 वर्ष के होने पर, प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको Directorate General of Civil Aviation (DGCA) द्वारा आयोजित परीक्षा देनी होगी।
- आंखों का विजन (Eye Vision) 6/6 होना आवश्यक है। उम्मीदवार को कलर ब्लाइंडनेस नहीं होना चाहिए।
- उम्मीदवार को फिजिकली फिट होना चाहिए, किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी नहीं होना चाहिए।
- पायलट परीक्षा में पास होने के लिए 70% मार्क्स हासिल करने होंगे।
- आपको अच्छी इंग्लिश बोलना आनी चाहिए।
- उम्मीदवार की कम से कम 5 फुट ऊँची हाइट होनी चाहिए।
तरीका | स्ट्रीम | स्नातक (Graduation) | स्नातक के बाद |
---|---|---|---|
1. | विज्ञान से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद | 19 से 24 महीने के सर्टिफिकेट प्रोग्राम को पूरा करें और पायलट लाइसेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करें (स्टूडेंट पायलट लाइसेंस, प्राइवेट पायलट लाइसेंस, कमर्शियल पायलट लाइसेंस)। | – |
2. | विज्ञान से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद | Bsc. एविएशन कोर्स करें (3 साल) | 19 से 24 महीने के सर्टिफिकेट प्रोग्राम को पूरा करें और पायलट लाइसेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करें (स्टूडेंट पायलट लाइसेंस, प्राइवेट पायलट लाइसेंस, कमर्शियल पायलट लाइसेंस)। |
12th Ke Baad Pilot Kaise Bane
यदि आप 12th के बाद पायलट के रूप में अपने करियर पथ को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे है, तो आप 12वीं के बाद पायलट ट्रेनिंग कोर्स में नामांकन कर सकते है या भारतीय वायु सेना (Indian Airforce) के पायलट का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए NDA एग्जाम उत्तीर्ण कर सकते है। अगर आप 12वीं के बाद पायलट बनना चाहते है तो इसके लिए जरूरी है कि आपने साइंस में 10+2 पूरा किया हो, लेकिन कई पायलट ट्रेनिंग अकादमियां भी है जो कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों को भी प्रवेश देती है। भारत में पायलट बनने के इच्छुक छात्रों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष है तथा जिसमें आपको फिटनेस और मेडिकल सर्टिफिकेट भी देना होगा।
Commercial Pilot Kaise Bane
कमर्शियल पायलट वह होता है जो इंडियन एयरलाइन्स के किसी खास प्लेन को उडाता है। हालाँकि इसके लिए इंडियन अथॉरिटी से Commercial Pilot Course का सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले को इन्हे उड़ाने की अनुमति होती है। आपने Air India, Indigo, Jet Airways इत्यादि भारतीय एयरलाइन्स का नाम तो सुना होगा, इन्हे उड़ाने वाले सभी कमर्शियल पायलट होते है। चलिए अब आपको बताते है कि कमर्शियल पायलट कैसे बने (How To Become A Pilot In India) व कमर्शियल Pilot Banne Ke Liye Konsi Degree Chahiye होती है:
1. 10th की परीक्षा दें।
दसवीं के बाद पायलट बनने के लिए छात्र विज्ञान शाखा में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित से इंटरमीडिएट करें। इंग्लिश पर ख़ास ध्यान दें, पायलट बनने के लिये अच्छी स्पोकन इंग्लिश होना आवश्यक है।
2. 12th के साथ एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें।
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए बारहवीं के बाद NDA (National Defence Academy) ज्वाइन की जा सकती है। या कमर्शियल पायलट बनने के लिए फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लिया जा सकता है। एडमिशन प्रवेश परीक्षा और मेडिकल फिटनेस से होता है, इसलिए शैक्षिक प्रवीणता के साथ-साथ शारीरिक फिटनेस का भी ध्यान रखना चाहिए।
3. एंट्रेंस एग्जाम पास करें।
बारहवीं पास करने पर छात्रों को पायलट बनने के लिए कोर्स का चुनाव करना चाहिए। पायलट बनने के लिए एडमिशन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। यह प्रक्रिया तीन चरणों एंट्रेंस एग्जाम, मेडिकल टेस्ट, और इंटरव्यू में होती है।
4. पायलट बनने के लिए एडमिशन लें।
फ्लाइंग स्कूल से Commercial Pilot Ka Course 18-24 महीने की प्रक्रिया होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद कमर्शियल पायलट बनने के दो तरीके है। पहला तरीका फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लेना है। दूसरा तरीका कैडेट पायलट प्रोग्राम से पायलट बनना है।
5. स्टूडेंट पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन करें।
DGCA (Director General Of Civil Aviation) मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल में प्रवेश लेने पर सबसे पहले आपको SPL (Student Pilot License) दिया जाएगा। यह Government of India के अंतर्गत आता है। इस लाइसेंस के मिलने के बाद आप एक विद्यार्थी या लर्नर के तौर पर प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग ले सकते है।
6. प्राइवेट पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन करें।
SPL का न्यूनतम क्राइटेरिया 60 घंटों का है। जैसे ही आप अपनी समयाविधि की ट्रेनिंग पूरी करते है आप PPL (Private Pilot License) के लिए आवेदन करने योग्य हो जाते है। यह पायलट बनने का दूसरा स्टेप है।
यह SPL की तुलना में थोड़ा कठिन होता है। SPL तथा PPL की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 210 घंटे की उड़ान पूरी करने पर अब आप कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते है।
7. कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन करें।
CPL (Commercial Pilot License) के लिए भी आपके कुछ टेस्ट लिए जाते है और आपको परीक्षा देनी होती है, जिसे क्वालीफाई करने के बाद आप कमर्शियल पायलट कहलाते है। इसमें आपको CPL मिलता है जो किसी भी प्लेन को उड़ाने के लिए अनिवार्य लाइसेंस है।
कमर्शियल पायलट बनने का दूसरा तरीका कैडेट पायलट प्रोग्राम ज्वाइन करना है। यह एयरलाइंस के द्वारा कराया जाता है। अलग-अलग एयरलाइंस का कैडेट पायलट प्रोग्राम अलग-अलग होता है। इसमें भी एंट्रेंस एग्जाम, इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के तीन चरण पूरे करने के बाद आप किसी विशिष्ट एयरलाइंस का कैडेट पायलट प्रोग्राम ज्वाइन कर सकते है।
कैडेट पायलट प्रोग्राम में आपको TRT की अलग से ज़रूरत नहीं पड़ती, साथ ही उस एयरलाइंस के साथ कुछ समय के लिए Compulsory Job Contract होता है, जिससे आपको ट्रेनिंग के बाद तुरंत जॉब तलाशने की ज़रूरत भी नहीं पड़ती। कैडेट पायलट प्रोग्राम के ट्रेनिंग की समयाविधि 18 महीने की है।
8. टाइप रेटिंग ट्रेनिंग पूरी करें।
प्लेन अलग-अलग तरह के होते है, फ्लाइंग स्कूल के प्लेन और कार्यस्थल के प्लेन में पर्याप्त अंतर होता है। इसलिए कार्यस्थल के प्लेन उड़ाने का तरीका पूरी तरह से सीखने के बाद ही कैंडिडेट अपनी ज़िम्मेदारी को संभालने लायक समझा जाता है।
जॉब लगने के बाद आपको कार्यस्थल पर प्लेन उड़ाने की बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है। इसे Type Rating Training कहते है, जो 5-6 हफ्ते की होती है। ये एक अनिवार्य ट्रेनिंग है तथा सभी कैंडिडेट जो फ्लाइंग स्कूल से आते है उन्हें ये ट्रेनिंग दी जाती है।
9. पायलट जॉब के लिए आवेदन करें।
ऊपर बताये गए सभी स्टेप्स को पूरा करते ही आपको CPL यानि कमर्शियल पायलट लाइसेंस मिल जाता है और अब आप किसी भी एयरलाइंस में जॉब के लिए आवेदन कर सकते है।
अब आप समझ गए होंगे कि पायलट कैसे बना जाता है व पायलट बनने के लिए कौन सी पढाई करना पड़ती है यह जानकारी आपके लिए जरूर उपयोगी होगी।
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Aeroplane Pilot Kaise Bane
भारतीय एयरफोर्स में पायलट बनने का सपना कई युवाओं का होता है। हालाँकि यह इतना आसान नहीं है क्योंकि एयरफोर्स पायलट को काफी जटिल ट्रेनिंग से गुज़रना होता है। इन्हे Fighter Jet के साथ आक्रमण के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है। Air Force पायलट बनने के लिए योग्यता कमर्शियल पायलट के सामान ही होती है।
इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनने के चार तरीके है।
- NDA (National Defence Academy)
- CDSE (Combined Defence Service Exam)
- SSCE (Short Service Commission Entry)
- NCC (National Cadet Corps)
अन्य कोर्स Graduation Ke Baad Pilot बनने के लिए है। इसमें भी प्रवेश पाने के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है। यह भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है जिसे UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित किया जाता है। इसकी ट्रेनिंग 3 वर्ष की होती है। ट्रेनिंग पूरी कर लेने के बाद उम्मीदवार को Permanent Commission Officer के रूप में भारतीय वायु सेना स्टेशन में पायलट के तौर पर पदस्त कर दिया जाता है।
Pilot Career Options
एक पायलट के पास विभिन्न तरह के करियर विकल्प मौजूद होते हैं, उनमें से कुछ पॉपुलर पायलट करियर ऑप्शन की लिस्ट आपको नीचे दी गयी है-
- कमर्शियल एयरलाइन पायलट
- कार्गो पायलट
- चार्टर पायलट और एयर टैक्सी
- फ्लाइट इंस्ट्रक्टर
- गवर्नमेंट सर्विस पायलट
- लॉ एन्फोर्समेंट पायलट
- मिलिट्री पायलट
- मेडिकल एंड एयर एम्बुलेंस पायलट
- टेस्ट पायलट
- ड्रोन पायलट, आदि।
Pilot Banne Ki Fees
पायलट की फ़ीस कितनी होती है यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस इंस्टिट्यूट से ट्रेनिंग ले रहे है या कौन सी एयरलाइन्स ज्वाइन कर रहे है। Flying School की फ़ीस 15-20 लाख रूपए तक होती है। CPL मिलने के बाद आप किसी भी एयरलाइंस में जॉब के लिए आवेदन कर सकते है। हालाँकि पायलट बनाने के लिए आपको बहुत पैसे खर्च करने पड़ते है क्योंकि यह बहुत ही महंगा कोर्स होता है जिसके लिए आपको पूरा खर्चा खुद को उठाना पड़ता है।
Pilot Ki Salary
भारत में एक एयरलाइन पायलट की औसत सैलरी ₹46,87,900 प्रति वर्ष या ₹3,90,650 प्रति माह होती है, जो की भारत की नेशनल एवरेज सैलरी से ₹43,00,400 यानी 1110% ज्यादा है। वहीं पायलट का वेतन इंडियन एयरफोर्स में लगभग 86,110 रूपए प्रति माह तक हो सकता है। सर्विस में अनुभव होने के बाद या प्रोन्नति होने के बाद 1.5 लाख के आसपास सैलरी मिलती है। कमर्शियल पायलट की जॉब भारत में अधिकतम वेतन पाने वाली नौकरी में से एक है। साथ ही Travelling से जुड़े अन्य लाभ भी मिलते है। पायलट बनने की प्रक्रिया में मेहनत के साथ-साथ पैसों की ज़रूरत भी होती है, लेकिन अगर आप कमर्शियल पायलट बन जाते है तो आपकी सैलरी कुछ इस प्रकार होगी।
Job | Salary Per Month |
---|---|
Captain | ₹6,00,000 – ₹12,00,000 |
Senior First Officer | ₹3,50,000 |
First Officer | ₹2,00,000 |
Junior First Officer | ₹50,000 – ₹1,00,000 |
पायलट के लिए शीर्ष भर्तीकर्ता
Pilot की ट्रेनिंग पूरी करने के पश्चात एवं ट्रेनिंग लाइसेंस प्राप्त कर लेने के बाद आप भारत के शीर्ष एयर कंपनी में अपनी सेवाएं दे सकते है। भारत में पायलट के लिए सबसे शीर्ष भर्तीकर्ता इस प्रकार है,
- इंडिगो (Indigo)
- एयर इंडिया (Air India)
- विस्तारा (Vistara)
- जेट एयरवेज (Jet Airways)
- एयर एशिया (Air Asia)
- स्पाइस जेट (Spice Jet)
- भारतीय वायु सेना (Indian Air Force)
- व्यक्तिगत चार्टर योजना (Personal Charter Plan)
भारत में पायलट ट्रेनिंग सेंटर
- एशियाटिक इंटरनेशनल एविएशन एकेडमी, इंदौर
- ब्लू डायमंड एविएशन, पुणे
- एक्यूमेन स्कूल ऑफ पायलट ट्रेनिंग, दिल्ली
- इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एविएशन, नई दिल्ली
- इंडियन एविएशन एकेडमी, मुंबई
पायलट बनने के लिए सर्वश्रेष्ठ भारतीय कॉलेज
पायलट बनने की दिशा में सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम यह है कि छात्रों को एक अच्छे ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का चयन करना होगा। भारत में कुछ मान्यता प्राप्त कॉलेजेस/इंस्टिट्यूट/अकादमियां है जो पायलट के रुप में करियर निर्माण के लिए आपको आवश्यक और मूलभूत गाइडलाइन एवं तकनीकी कौशल प्रदान करती है:
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी
- बॉम्बे फ्लाइंग क्लब
- राजीव गांधी एकेडमी ऑफ एविएशन टेक्नोलॉजी
- मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब
- राष्ट्रीय उड़ान प्रशिक्षण संस्थान
- अहमदाबाद एविएशन एंड एरोनॉटिक्स लिमिटेड
- सीएई ऑक्सफोर्ड एविएशन अकादमी
- इंडिगो कैडेट प्रशिक्षण कार्यक्रम
- सरकारी विमानन प्रशिक्षण संस्थान
- पुडुचेरी ठाकुर कॉलेज ऑफ एविएशन
- गवर्नमेंट फ्लाइंग क्लब
- ओरिएंट फ्लाइंग स्कूल
- उड्डयन और विमानन सुरक्षा संस्थान
पायलट बनने के लिए आवश्यक कौशल
- अच्छा IQ (जाने: IQ Level कैसे बढ़ाये)
- समस्या को सुलझाने की क्षमता
- उत्तम नेत्रज्योति
- टीम वर्किंग स्किल्स
- मजबूत फोकस और मल्टीटास्किंग
- शारीरिक रूप से फिट
- निर्णय लेने का क्षमता
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- मेंटिलिटी
- लीडरशिप
Conclusion
तो थी भारत में पायलट कैसे बने (How To Become Pilot In India) के बारे में पूरी जानकारी, उम्मीद करते है कि Pilot Banne Ke Liye Kya Karna Chahie व कौन सी एग्जाम देना पड़ती है यह सभी सवालों के जवाब आपको इस पोस्ट में मिल गए होंगे। एक पायलट का जीवन रोमांच से भरपूर होता है; आसमान की ऊँचाइयों को छूना, अलग-अलग देशों में घूमना पायलट का प्रतिदिन का काम है पर यह आकर्षक Job होने के साथ-साथ उत्तरदायित्व पूर्ण नौकरी है। प्लेन में सफर कर रहे यात्रियों का जीवन पायलट के कुशलता पर निर्भर करता है। पायलट बनने का सफर जितना चुनौतीपूर्ण है, उसकी मंज़िल आपको कहीं ज़्यादा गौरवान्वित, प्रतिष्ठित और सम्मानित महसूस कराती है।
यदि आप पायलट का कोर्स करना चाहते है तो आपको इसके बारे में पुरे विस्तार से बताया गया है। कमर्शियल Pilot Kaise Ban Sakte Hain (How To Become Commercial Pilot In India) की जानकारी अगर आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करके उन्हें भी इसके बारे में बताये।
FAQs
क्या मैं 12वी के बाद पायलट बन सकता हूँ?
जी हाँ, आप साइंस स्ट्रीम से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद पायलट ट्रेनिंग ले सकते हैं। पायलट ट्रेनिंग के लिए उम्मेदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होना अनिवार्य है।
पायलट बनने के लिए कौन सा विषय सबसे अच्छा है?
Pilot बनने के लिए आपके पास 12वीं में भौतिक ज्ञान (Physics) और गणित (Maths) होना चाहिए।
पायलट कोर्स की फीस कितनी होती है?
Pilot Course की औसतन फीस 15 लाख से 50 लाख तक हो सकते है।
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