Communication in Hindi का अर्थ ‘संचार’ होता है। किसी एक स्थान, व्यक्ति या समूह से किसी दूसरे स्थान पर सूचनाओं के आदान प्रदान की प्रक्रिया को कम्युनिकेशन यानि संचार कहते है।’ पहले कम्युनिकेशन के साधनों के अभाव में हमें किसी भी सूचना अथवा जानकारी को भेजने और प्राप्त करने में काफी समय लग जाता था, लेकिन अब टेक्नोलॉजी की इस आधुनिक दुनिया में संचार (कम्युनिकेशन) के बहुत से साधन उपलब्ध हो गये है।
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अब किसी से भी कहीं पर भी कम्यूनिकेट करना बहुत ही सरल हो गया है, आप कुछ ही मिनटों में अपनी सूचनाओं का आदान-प्रदान आसानी से कर सकते है। इसलिए आज इस पोस्ट में मैं आपको Communication से जुड़ी सभी जानकारी बताने जा रही हूँ जैसे- कम्युनिकेशन क्या है, Communication Meaning in Hindi क्या होता है और कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते है इत्यादि।
आज के आधुनिक जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को कम्युनिकेशन यानि संचार की जरुरत होती है। संचार के साधनों की वजह से आज हर व्यक्ति पूरी दुनिया से जुड़ा हुआ है। संचार के इन माध्यमों ने हमारा जीवन आसान बना दिया है। वैसे तो आज सभी लोग अपनी सूचनाओं का आदान-प्रदान किसी ना किसी माध्यम से करते ही है। लेकिन सभी को पूरी तरह से What is Communication in Hindi यानि Communication Kya Hai इसकी जानकारी नहीं होती है।
यदि आप भी कम्युनिकेशन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी अच्छे से प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारी यह पोस्ट What is Communication Hindi (व्हाट इस कम्युनिकेशन) को शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े।
Communication Kya Hai
communication kya hota hai किसी जानकारी या सूचनाओं के आदान-प्रदान की प्रक्रिया को कम्युनिकेशन या संचार कहते हैं। अर्थात जब किसी माध्यम से हम अपनी जानकारी को एक व्यक्ति से अन्य व्यक्ति तक पहुँचाते है तो इसे संचार यानि कम्युनिकेशन कहा जाता है। Communication शब्द लैटिन भाषा के “Communicare” से बना है, जिसका मतलब होता है सूचनाओं का आदान प्रदान अथवा किसी जानकारी, विचार या भावनाओं को शेयर करना। Communication Meaning in Hindi की अगर बात करें तो कम्युनिकेशन का हिंदी अर्थ “संचार” होता है।
सूचना प्रोद्योगिकी ने कम्युनिकेशन को और सरल बना दिया है। इसमें सबसे ज्यादा Internet प्रयोग में आता है। इंटरनेट के द्वारा हम बहुत ही कम समय में किसी भी जानकारी को हमारे द्वारा किसी अन्य व्यक्ति तक आसानी से पहुंचा सकते हैं।
पहले सूचनाओं को एक जगह से दूसरी जगह तक भेजने में बहुत समय लगता था। लेकिन अब सूचनाओं का आदान-प्रदान करना बहुत ही सरल हो गया है, क्योंकि आजकल किसी भी सूचना एवं जानकारी का आदान-प्रदान करने के लिए हमारे पास इतने साधन उपलब्ध हो गए हैं कि अब लोग घर बैठे ही एक देश से दूसरे देश तक अपनी सूचनाओं को बड़ी ही आसानी से पहुंचा सकते है और इसमें समय भी कम लगता है।
वर्तमान समय में कम्युनिकेशन का सबसे पहला और अच्छा माध्यम हमारी आवाज और हमारी भाषा होती है, इसी के माध्यम से ही मनुष्य अपने विचारों, भावों को एक-दूसरे से बाँटता है और आवाज यानि बातचीत के माध्यम से ही एक-दूसरे से आपस में जुड़ा रहता है। सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
तो यहाँ आपने जाना कि कम्युनिकेशन किसे कहते है, आईये अब जानते है कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते है और साथ ही Communication Process in Hindi क्या है?
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कम्युनिकेशन के प्रकार
Communication यानि संचार के मुख्य रूप से 4 प्रकार होते है, आइये अब इनके बारे में विस्तार से जान लेते है –
1. Intrapersonal Communication
इसमें व्यक्ति खुद से कम्युनिकेशन करता है मतलब खुद से बात करता है। इसका मतलब यह होता है कि मनुष्य मन में सोच-विचार करता है, योजना बनाता है। यदि कोई व्यक्ति सपना देखता है या कुछ सोचता है तो वह Intrapersonal Communication के अंतर्गत आता है।
2. Interpersonal Communication
जब दो व्यक्ति आपस में एक-दूसरे से बात करते है तो इसे Interpersonal Communication कहा जाता है। यह कम्युनिकेशन दो लोगों के बीच आमने-सामने होता है। यह कहीं पर भी शब्द, चित्र, संकेत के रूप में हो सकता है। इसमें दो लोगों के मध्य सीधा संपर्क होता है। संचार के इस प्रकार में 2 लोग शामिल होते है।
3. Group Communication
इसमें कम्युनिकेशन ग्रुप में किया जाता है। जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है जिसे समूह संचार कहा जाता है। प्रत्येक व्यक्ति किसी ना किसी समूह का सदस्य होता है। जब समूह के कुछ लोग दो से ज्यादा व्यक्ति किसी विषय पर कुछ बातचीत करते है तो उसे Group Communication कहा जाता है।
4. Mass Communication
इसका मतलब जन-संचार से होता है। यह समूह संचार का एक बड़ा रूप होता है। इसका अर्थ जनता तक संचार माध्यमों की सहायता से किसी सूचना को पहुँचाना होता है। जन-संचार का अर्थ किसी बड़े जन समूह के साथ संचार करने से होता है।
टेक्नोलॉजी में कम्युनिकेशन के प्रकार
- Simplex (सिम्पलेक्स)
- Half Duplex (हाफ डुप्लेक्स)
- Full Duplex (फुल डुप्लेक्स)
Simplex (सिम्पलेक्स)
सिम्पलेक्स में डाटा अथवा सूचनाओं का कम्युनिकेशन केवल एक ही दिशा में होता है। यानि प्रेषक (Sender) सूचनाओं को केवल भेज सकता है और रिसीवर केवल प्राप्त कर सकता है।
जैसे- मॉनिटर कीबोर्ड और कंप्यूटर
Half Duplex (हाफ डुप्लेक्स)
हाफ डुप्लेक्स में डाटा अथवा सूचनाओं का आदान प्रदान प्रेषक और रिसीवर दोनों के बीच होता है, लेकिन एक बार में एक ही तरफ से कम्युनिकेशन संभव है, यानि एक समय में डाटा को या तो भेज सकते हैं या रिसीव कर सकते हैं. सेंडर और रिसीवर दोनों एक साथ एक ही समय पर संचार नहीं कर सकते।
Full Duplex (फुल डुप्लेक्स)
फुल डुप्लेक्स में डाटा अथवा सूचनाओं का आदान-प्रदान एक ही समय पर दोनों तरफ से हो सकता है, मतलब आप एक ही समय में सूचनाओं को भेज भी सकते हैं और रिसीव भी कर सकते हैं. उदाहरण के लिए हमारा मोबाइल फोन।
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Communication Process In Hindi (संचार के घटक)
हम रोजाना अपने जीवन में कम्युनिकेशन प्रोसेस का उपयोग करते है। इसकी प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है –
Sender/Source (स्रोत)
किसी सूचना को दूसरों तक पहुँचाने वाला Sender कहलाता है। संचार करते समय व्यक्ति अपने विचारों का आदान-प्रदान करता है तथा जिसके द्वारा कुछ बोला जाता है, या सूचना को भेजा जाता है उसे Sender कहा जाता है।
Message (संदेश)
Sender किसी व्यक्ति को संदेश भेजता है। इसमें वह अपने मन में आये हुए विचारों को भेजता है। यह किसी चित्र या संकेत के रूप में हो सकते है।
Encoding (संकेतन)
जब हम दी गई सूचना को समझने के लिए संकेतों का प्रयोग करते है वह Encoding करना कहलाता है।
Medium (माध्यम)
संदेश भेजने के लिए जिन साधनों का प्रयोग किया जाता है वह माध्यम कहलाता है। जिससे हम अपने संदेश दूसरों तक पहुँचाते है। माध्यम भी कई प्रकार के होते है।
Decoding (कूट संकेतन)
यह वह प्रक्रिया होती है जिसमें प्राप्तकर्ता प्रेषक से कूट संकेतों को ग्रहण करता है।
Receiver (प्राप्त कर्ता)
रिसीवर वह होता है जो संदेश को प्राप्त करता है तथा जिसके लिए संदेश को भेजा जाता है। वह इस संदेश को प्राप्त करके सामने वाले की बात को समझता है।
Feedback (प्रति पुष्टि)
यह एक प्रकार की सूचना होती है जो प्राप्तकर्ता के द्वारा प्रेषक को दी जाती है। इसके आधार पर ही प्रेषक यह समझ पाता है की उसके द्वारा दी गई सूचना में कोई बदलाव की जरूरत है या नहीं।
अगर आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो आप हमारी यह पोस्ट Communication Skills In Hindi – कम्युनिकेशन स्किल्स कैसे सुधारें की मदद ले सकते हैं.
Conclusion
आज की पोस्ट के माध्यम से मैंने आपको बताया कि Communication Kya Hai और साथ ही आपको इस पोस्ट के द्वारा Process of Communication in Hindi के बारे में भी पता चला। उम्मीद है आपको यह जानकारी अच्छे से समझ में आयी होगी।
Communication Kya Hai in Hindi की जानकारी आपको कैसी लगी ज़रुर बताये। Concept Of Communication In Hindi यह भी आपको आज की इस पोस्ट जरिये जानने मिला। आशा करती हूँ कि यह जानकारी आपके लिए जरुर उपयोगी साबित हुई होगी।
मीन्स ऑफ कम्युनिकेशन इन हिंदी के बारे में छोटी और सरल भाषा में बताने की पूरी कोशिश की है, ताकि आपको संचार की परिभाषा अच्छे समझ आये। आज की यह जानकारी आप अपने Friends को भी दे तथा अपने सभी Social Media प्लेटफार्म जैसे- Whatsapp, Facebook, Instagram पर भी यह पोस्ट What Is Communication In Hindi ज़रुर Share करे, ताकि अन्य लोगों को भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।
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