कंप्यूटर क्या है – इसके प्रकार, इतिहास एवं विशेषताएं.

कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों को प्रोसेस करके परिणाम के रूप सम्पादित करता है. आसान शब्दों में कहा

Editorial Team

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कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों को प्रोसेस करके परिणाम के रूप सम्पादित करता है. आसान शब्दों में कहा जाए तो Computer यूजर द्वारा दी गए Data को Input के रूप में लेता है फिर उस Data की Processing करता है और आखिर में उस Processed Data को Output के रूप में यूजर को दिखाता है। हालांकि बहुत से लोगों को Computer Kya Hai और Computer Ka Full Form के बारे में पता नहीं होता, इसलिए यहाँ हम आपको Computer In Hindi से जुड़ी सारी जानकारी देने वाले है.

आज के इस डिजिटल युग में बड़े पैमाने पर दुनिया में Computer का उपयोग किया जा रहा है. जिसकी मदद से हमारे कई काम चुटकियों में हो जाते है जैसे कि घर बैठे Tickets Book, Online Form भरना या Admissions करवाना आदि. ये सब दुनिया में तकनीकी विकास तेज़ होने की वजह से ही मुमकिन हो पाया है.

शुरुआती दिनों में जब गिनती का कोई साधन नहीं था, लोग उंगलियों, पत्थरों, कंकड़ आदि की मदद से गिनती करते थे, पर आज के समय में कंप्यूटर मनुष्य का सबसे बड़ा सहायक बन गया है, जिसने हर क्षेत्र में हमारी सहायता की है.

अगर आप एक स्टूडेंट्स है या आप कंप्यूटर सीखना चाहते है तो आज की ये पोस्ट Computer Kya Hai आपके बहुत काम आने वाली है, जिसमे हम आपको कंप्यूटर क्या है (What Is Computer In Hindi) इसके साथ ही Computer Ka Full Form Kya Hota Hai और कई अन्य प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले है.

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Computer Kya Hai

कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो अपने सीपीयू (CPU) या प्रोसेसर (Processor) द्वारा हमारे दिए गए आदेशों (Input) का पालन करता है, और फिर प्रोग्राम का परिणाम Output के रूप में किसी भी साधन, जैसे Screen या Printer पर भेज दिया जाता है, जिसे हम देख तथा पढ़ सकते हैं.

कंप्यूटर को किसी भी कार्य करवाने के लिए उसे हमें निर्देश देने होते हैं, और इन निर्देशों को पूरा करने के लिए कंप्यूटर को Input Data की जरूरत होती है. यह इनपुट डाटा कंप्यूटर को हम माउस, Keyboard आदि से देते हैं. कंप्यूटर के जितने भी पार्ट्स, जो कि किसी भी प्रोसेस करने के लिए कार्य करते हैं, उन्हें Processor कहा जाता है. प्रोसेसर का काम हमारे दिए गए टास्क को समझ कर, बिना किसी गलती के पूरा करना होता है.

जिस तरह मनुष्य अपने किसी भी कार्य को करने के लिए अपने दिमाग से निर्देश देकर शरीर का इस्तेमाल करता है, ठीक उसी प्रकार प्रोसेसर भी, हमारे दिए गए निर्देशों को पूरा करने के लिए कंप्यूटर के पार्ट्स की मदद लेता है. किसी भी प्रोग्राम के पूरे होने के बाद हम स्क्रीन या प्रिंटर की सहायता से अपने आउटपुट (Output) को देख तथा पढ़ सकते हैं. आउटपुट हमारा प्रोसेस के खत्म होने के बाद का रिजल्ट होता है, जिसके लिए हम कंप्यूटर को निर्देश देते हैं.

कंप्यूटर हमारे जीवन में एक अहम भूमिका निभाता है. अगर हम पढ़ाई से लेकर कारोबार की बात करें तो हर क्षेत्र अब पूरी तरह कंप्यूटर पर निर्भर हो चूका है. लेकिन कंप्यूटर से जुड़ी ऐसी बहुत सी जानकारी है जो आप में से कई लोग नहीं जानते होंगे जैसे कि Computer Ko Hindi Mein Kya Kahate Hain या Computer Ka Full Form Hindi Me क्या है तो चलिए आगे बढ़ते है और इन सभी सवालों के जवाब जानते है.

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Computer Ka Full Form क्या है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म “Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Educational Research” होता है.

C Common (आम तौर पर)
O Operating (संचालित)
M Machine (मशीन)
P Purposely (विशेष रूप से)
U Used for (प्रयुक्त)
T Technological (तकनीकी)
E Educational (शिक्षात्मक)
R Research (अनुसंधान)

कंप्यूटर की परिभाषा क्या है?

कंप्यूटर शब्द लैटिन भाषा के “Computare” से लिया गया है, जिसका अर्थ गणना करना होता है. यह एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसका इस्तेमाल डाटा को Store, Retrieve एवं प्रोसेस करने में किया जाता है.

कंप्यूटर कैसे चलाते है?

कंप्यूटर या लैपटॉप को चालू करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें –

1 – सबसे पहले CPU में आपको एक “Power Button” दिखेगा, उसे दबाएं.

2 – जैसे ही आप पावर बटन दबायेंगे, आपका कंप्यूटर “BOOT” करने लगेगा, इसमें कुछ सेकंड या मिनट लगेंगे.

3 – अगर आपने अपने कंप्यूटर पर पासवर्ड लगा रखा है तो आपको सही Password डालकर “Enter Key” को दबाना है.

4 – जैसे ही आप “Enter Key” दबाएंगे आप कंप्यूटर की “Home Screen” पर आ जाएंगे.

उम्मीद है अब आप Computer Ke Bare Me सबसे महत्वपूर्ण बात जान गए होंगे कि कंप्यूटर को कैसे चालू किया जाता है.

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कंप्यूटर का इतिहास क्या है?

कंप्यूटर वर्तमान समय की एक ऐसी अद्भुत टेक्नोलॉजी है जिसने सब कुछ बदल के रख दिया है क्योंकि आज कंप्यूटर की मदद से हम घर बैठे-बैठे बहुत से काम आसानी से कर लेते है. लेकिन क्या आपको कंप्यूटर का इतिहास क्या है इसके बारे में पता है? अगर आप जानना चाहते है कि कंप्यूटर का इतिहास क्या है तो नीचे हमने आपको कंप्यूटर जनरेशन की जानकारी हिंदी में (Computer Information In Hindi) दी है जिसके बाद आप इसके इतिहास के बारे में जान सकेंगे.

1. पहली पीढ़ी – 1940-1956

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी की शुरुआत John Mouchly और J.Presper Eckent द्वारा सन् 1940 में ENIAC नामक (Electronic Numerical Integrator and Computer) कंप्यूटर के निर्माण के दौरान की गई थी. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर थे, जिसमें Vaccum Tubes और Magnetic Drums का प्रयोग किया गया था. इन कम्प्यूटर्स का आकार काफी बड़ा था, जिसके चलते ये काफी Heat Generate किया करते थे और आकार बड़ा होने के कारण ये कंप्यूटर एक पुरे कमरे को घेर लिया करते थे.

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के नाम कुछ इस प्रकार है – ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer), EDVAC ( Electronic Discrete Variable automatic Computer), UNIVAC (Universal Automatic Computer1)

2. दूसरी पीढ़ी – 1956-1963

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी की शुरुआत सन् 1956 में की गई थी. इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Vaccum Tubes की जगह Transistors का प्रयोग किया गया, जिसका निर्माण सन् 1947 में Williom Shockly द्वारा किया गया था. दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर पहली पीढ़ी के मुकाबले काफी अच्छे थे, क्योंकि इनके काम करने की क्षमता तेज़ थी और इसके साथ ही ये कम जगह घेरते थे.

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर पहली पीढ़ी की तरह ही Input देने के लिए Punch Cards का प्रयोग करते थे. इस पीढ़ी में COBOL और FORTAN जैसी High Level Programming Language को इस्तेमाल में लाया गया.

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के नाम कुछ इस प्रकार है- IBM7094, Honeywell 400, CDC1604, UNIVAC1108

3. तीसरी पीढ़ी – 1964-1971

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी की शुरुआत सन् 1964 में की गई थी. इस पीढ़ी में Transistor की जगह Integrated Circuit का प्रयोग किया गया. जिस वजह से कंप्यूटर के काम करने की Speed काफी हद तक बढ़ गई. ये ऐसे कंप्यूटर थे जिनका वजन और आकार पहली और दूसरी पीढ़ी के मुकाबले काफी हद तक कम था.

वर्तमान समय में जो हम Monitor और Keyboards का प्रयोग कर रहे है उन्हें तीसरी पीढ़ी के दौरान Launch किया गया। तीसरी पीढ़ी के कुछ मुख्य कंप्यूटर के नाम TDC-316, IBM 360, PDP आदि है.

4. चौथी पीढ़ी – 1971-1985

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी की शुरुआत सन् 1971 में Microprocessor के इस्तेमाल के साथ की गई थी. इसके इस्तेमाल से कंप्यूटर के काम करने की क्षमता और ज्यादा बढ़ गई जिसके चलते इस कंप्यूटर की मदद से बड़ी सी बड़ी Calculation को कम समय में आसानी से किया जाने लगा. ये कंप्यूटर काफी ज्यादा सस्ते थे, जिस कारण लोगों द्वारा इसे काफी ज्यादा पसंद किया जाने लगा.

इस कंप्यूटर में C, C++, D Base जैसी High Level Programming Language का इस्तेमाल किया जाने लगा. चौथी पीढ़ी के मुख्य कंप्यूटर के कुछ उदारहण PDP 11, CRAY-1, IBM 4341, DEC 10, STAR 1000

5. पाँचवी पीढ़ी – 1985 से अब तक

कंप्यूटर की पाँचवी पीढ़ी की शुरुआत सन् 1985 में की गई थी. पाँचवी पीढ़ी का कंप्यूटर वर्तमान समय में उपयोग किया जाने वाला कंप्यूटर है जो कि Artificial Intelligence पर आधारित है. धीरे-धीरे करके ये कंप्यूटर Laptop और Tablet में बदल दिए गए यहाँ तक कि Technology के विकसित होने पर कंप्यूटर अब घड़ी के रूप में भी इस्तेमाल किये जाने लगे.

कंप्यूटर के भाग (Components of Computer in Hindi)

Computer को किसी भी कार्य को करने के लिए विभिन्न उपकरणों की आवश्यकता होती है जिन्हें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के नाम से जाना जाता है। नीचे हमने आपकी कंप्यूटर के उपकरणों के बारे में हिंदी में (Computer Hindi) जानकारी दी है. आइये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं:

1. CPU – सीपीयू का पूरा नाम ‘सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट’ होता है यह कंप्यूटर का छोटा सा हार्डवेयर होता है जो कंप्यूटर प्रोग्राम के सभी निर्देशों को प्रोसेस करता है. कंप्यूटर का सारा डाटा सीपीयू में ही स्टोर किया जाता है. CPU को कंप्यूटर Processor या Microprocessor माना जाता है.

2. Motherboard – Motherboard कंप्यूटर का एक Printed Circuit board होता है. यह एक प्लास्टिक प्लेट की तरह होता है जिसकी सहायता से Hardware Parts जैसे कि CPU, RAM, Hard Drive और Graphic Card को Connect किया जाता है. Motherboard कंप्यूटर का एक ऐसा महत्वपूर्ण पार्ट है जो कंप्यूटर के पार्ट्स के साथ जुड़ा होता है.

3. RAM – RAM का फुल फॉर्म Random Access Memory होता है. ये कंप्यूटर और लैपटॉप दोनों Devices में मौजूद होता है. इसका इस्तेमाल CPU द्वारा Process किये जा रहे किसी भी तरह के Data को स्टोर करने के लिए किया जाता है.

RAM दो प्रकार की होती है नीचे निम्नलिखित है- SRAM (Static Random Access Memory), DRAM (Dynamic Random Access Memory)

4. Hard Drive – Hard Drive एक Secondary Storage Device है इसकी मदद से हम अपने कंप्यूटर पर Photos, Videos, Documents को स्टोर करके रख सकते है.

5. Monitor – मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस होता है जो दिखने में हूबहू टीवी (टेलीविजन) की तरह दिखता है. मॉनिटर कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह CPU के अंदर चल रही सभी प्रक्रियाओं को सॉफ्ट कॉपी के रूप में अपनी स्क्रीन पर दिखाता है.

6. Keyboard – कीबोर्ड एक इनपुट Device है जिसका उपयोग Computer को निर्देश देने के लिए किया जाता है.

7. Mouse –  Mouse एक इनपुट Device है जिसे Pointing Device भी कहते हैं इसका उपयोग कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए किया जाता है.

8. Speakers – Speaker एक Output Device है जिसका उपयोग कंप्यूटर से कनेक्ट कर ध्वनि सुनने के लिए किया जाता है.

9. Printer – Printer एक आउटपुट Device है जिसका कार्य कंप्यूटर द्वारा दी गई जानकारी को कागज पर प्रिंट करना होता है.

बेसिक कंप्यूटर क्या है के बारे में समझने के बाद अब अगर आपके मन में Computer कितने प्रकार के होते है यह सवाल आ रहा है तो आईये जानते है इसके बारे में.

इसे भी पढ़े: Computer Ka Avishkar Kisne Kiya – आविष्कारक, इतिहास, वर्ष।

कंप्यूटर के कितने प्रकार के होते हैं?

कंप्यूटर मुख्य रूप से चार प्रकार के होते है –

  • Desktop Computer: आधुनिक युग में समय के साथ साथ, मशीनें आकार में छोटी और अधिक कार्य करने वाली हो गई है. इन मशीनों की गिनती में एक “सुपर कंप्यूटर” भी है. यह कंप्यूटर आज हर क्षेत्र में इस्तेमाल हो रहे है. छोटे से छोटे दफ्तर से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियों में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है, जिसे हम PC के नाम से जानते है.
  • Laptop: आजकल Laptop कंप्यूटर का इस्तेमाल काफी बड़ गया है. डेस्कटॉप की अपेक्षा लैपटॉप ज्यादा Portable होते है इन्हें आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है.
  • Tablet: आधुनिक युग में दुनिया में तकनीकी विकास बड़े स्तर पर हुआ है. टेबलेट लैपटॉप से भी ज्यादा पोर्टेबल होता है जो कि Handheld होता है.
  • Server: सर्वर, नेटवर्क में प्रयोग की जाने वाली ऐसी तकनीक है, जो उससे जुड़े हुए कई सारे डिवाइस और प्रोग्राम जिन्हे Clients कहते है, उन्हें विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है. सर्वर सभी नेटवर्क के रिसोर्सेज को Networking द्वारा एक दूसरे से कनेक्ट करने का कार्य करता है. यह एक तरह से Service Provider होता है, जिसका कार्य Clients की आवश्यकता अनुसार डाटा और इंफॉर्मेशन उपलब्ध कराना, अर्थात Serve करना होता है.

कंप्यूटर की विशेषताएँ

Computer Ki Visheshtaen कई सारी है यह अपनी विशेषताओं के कारण जाना जाता है.निचे आपको इसकी कुछ प्रमुख एवं लोकप्रिय विशेषताएँ प्रदान की गयी है जो कि इस प्रकार है-

Speed– कंप्यूटर बहुत तेज गति से कार्य करता है, ये लाखों लोगों का कार्य अकेले कर सकता है.

Accuracy– कंप्यूटर में गलती होने की गुंजाइश ना के बराबर होती है और अगर गलती हो भी जाए तो कंप्यूटर में इसे बहुत आसानी से सुधार किया जा सकता है.

Store करने की क्षमता – Computer की Storage Capacity बहुत अच्छी होती है.

Multitasking – Computer एक Multitasking इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिस पर आप एक ही समय में कई टास्क परफॉर्म कर सकते हैं.

Diligence – Computer पर सारे काम बिना किसी रुकावट के किए जा सकते हैं ये कभी थकता नहीं ना ही काम करके बोर होता है.

सरकारी दफ्तर में डाटा को स्टोर करने के लिए कंप्यूटर का प्रयोग होता ही है. कंप्यूटर से चार्ट बनाना, पुराने डॉक्युमेंट्स को सुरक्षित करना, टेबल डिज़ाइन करना, रिपोर्ट तैयार करना, Internet सहायता, आदि जैसे अनेक कार्य बहुत ही आसान हो गए है.

आज इंटरनेट के माध्यम से संदेश भेजने और मेल भेजने जैसी सुविधाओं ने संसार को एक दूसरे से जोड़े रखा है. कंप्यूटर यदि इंटरनेट से जुड़ा हुआ है, तो हम आसानी से संदेश भेज भी सकते हैं और प्राप्त भी कर सकते हैं.

कंप्यूटर के हानि

जैसे की हम सभी जानते है कि जिस चीज़ की कुछ अच्छी विशेषताएं होती है, वही दूसरी ओर उसकी कुछ हानियाँ भी होती है. ठीक इसी तरह कंप्यूटर की भी कुछ हानियाँ है जिसके बारे में हमने आपको आगे बताया गया है.

  • कंप्यूटर के इस्तेमाल के कारण Online Hacking दिन-प्रतिदिन बहुत बढ़े पैमाने पर बढ़ती जा रही है.
  • वर्तमान समय में छोटे से बड़े लोग कंप्यूटर का इस्तेमाल दिन-रात करते रहते है जिसकी वजह से आँखों की समस्या, पीठ दर्ज एवं अन्य समस्याएं उतपन्न होती है.
  • Computer के आने से काफी लोग बेरोज़गार हो गए, क्योंकि जो काम पहले लोगों द्वारा किया जाता था अब वही काम कंप्यूटर की मदद से लोग कर लेते है.

कंप्यूटर बंद कैसे करें?

Computer या लैपटॉप को बंद करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें –

  • पीसी या लैपटॉप को ‘Shut down’ करने के लिए सबसे पहले अपने Mouse के Cursor को ‘Window Key’ पर लेकर जाये.
  • ‘Window Key’ पर पहुँचने के बाद उस Click करें.
  • अब आपको Left Side में ‘Shut down’ का एक ऑप्शन दिखेगा, उसको माउस से क्लिक करें.
  • अब आपका कंप्यूटर खुद Shut down हो जायेगा.

Full Form Of Computer Parts

वैसे कंप्यूटर तो बस एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन ही होती है, जो इनपुट/आउटपुट देने के साथ-साथ के साथ-साथ दुसरे कार्य करने में भी सक्षम होती है. कंप्यूटर से जुड़े Internal और External पार्ट्स बहुत से है इसी को देखते है आगे आपको कुछ महत्वपूर्ण पार्ट्स, Devices, और Tool के Full Form दिए है –

Short Form Full Form
PC Personal Computer
CPU Central Processing Unit
UPS Uninterruptible Power Supply
RAM Random-Access Memory
OS Operating System
HDD Hard Disk Drive
LCD Liquid Crystal Display
LED Light-Emitting Diode
SD Secure Digital
DVD Digital Versatile Disc
WIN7 Window 7
CMD Command
TEMP Temporary
PDF Portable Document Format
JPG Joint Photographic Experts Group
GIF Graphics Interchange Format
HTML Hypertext Preprocessor
.COM Commercial
.NET Network

तो यहाँ हमने जाना कि Computer Ka Full Form In Hindi एवं Computer Kya Hai. आइये अब आगे इससे जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से जानते है.

Conclusion

तो ये थी Computer Ki Jankari Hindi Mein, उम्मीद है जो आपको जरूर पसंद आयी होगी. समय के साथ साथ तकनीकी क्षेत्र में भी अनेक बदलाव हुए है, जहां पहले हमें किसी भी कार्य को करने के लिए बहुत परिश्रम करना पड़ता था, वह आज मशीनों की सहायता से बहुत ही आसान हो गए है. आज प्रत्येक व्यक्ति कंप्यूटर से जुड़ा हुआ है.

वर्तमान में Covid-19 महामारी ने लोगों का बाहर जाना मुश्किल कर दिया है, आज कंप्यूटर की सहायता से लोगों द्वारा अपने घर से कार्य किया जा रहा है. कंपनियों, संस्थाओं और सभी दफ्तरों के कार्य कंप्यूटर से ही किए जा रहे है.

तो आज की इस पोस्ट में मैंने आपको कंप्यूटर की पूरी जानकारी हिंदी में दी है जिसमे आपको कंप्यूटर से जुड़ी कई बाते बताई है जैसे कि, Computer Kya Hai, कंप्यूटर की विशेषताएं, प्रकार, Computer Ka Full Form Kya Hota Hai आदि. आशा करते कि, आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी.

अगर आपका Computer Kya Hai Hindi Mein से जुड़ा कोई भी सवाल है तो हमे Comment बॉक्स में जरूर पूछे हम आपके सवाल का जवाब जरूर देंगे.

Computer पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

  • कंप्यूटर का हिंदी नाम क्या है?

कंप्यूटर का हिंदी नाम “संगणक” है, जिसका अर्थ होता है ऐसा यंत्र जो गणना करता है.

  • Computer Kya Hai?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसका इस्तेमाल डाटा को Store, Retrieve एवं प्रोसेस करने में किया जाता है.

  • इंग्लिश में कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म “Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Educational Research” होता है।

  • CPU की फुल फॉर्म क्या है?

CPU की फुल फॉर्म “Central Processing Unit” होती है.

  • कंप्यूटर का हिंदी में फुल फॉर्म क्या होता है?

कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में “आम तौर पर संचालित मशीन, विशेष रूप से प्रयुक्त तकनीकी शैक्षणिक अनुसंधान” होता है.

  • Father of Computer किसे कहा जाता है?

Father Of Computer चार्ल्स बैबेज को कहा जाता है.

  • कंप्यूटर के सारे कार्य किसके द्वारा नियंत्रित किए जाते है?

कंप्यूटर के सारे कार्य CPU के द्वारा नियंत्रित किए जाते है.

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